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Punjab: पंजाब सरकार की खुली पोल!, हरभजन ने खुली चिट्ठी लिख भगवंत मान सरकार के खिलाफ किये कई ‘खुलासे’

Punjab: आम आदमी पार्टी (AAP) की पंजाब सरकार (Punjab Govt) के लिए ऐसा सियासी बवाल खड़ा हुआ है जो विपक्ष को निशाना साधने का मौका दे रहा है। खास बात ये भी है कि पंजाब सरकार पर आया ये संकट किसी और ने नहीं बल्कि उसी की पार्टी के राज्यसभा सांसद ने खड़ा किया है।

नई दिल्ली। देश की राजधानी में मुख्यमंत्री पद पर काबिज अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली में अपनी सत्ता स्थापित करने के बाद दूसरे राज्यों में भी अपनी पैठ बनाने में लगी हुई है। इसी साल हुए विधानसभा चुनावों में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने पंजाब में प्रचंड जीत दर्ज की थी। इस जीत के साथ ही केजरीवाल किसी राज्य में अपनी पहली सरकार बनाने में कामयाब हुए हैं। पंजाब में अपनी जीत का परचम लहराने के बाद भगवंत मान (Bhagwant Mann) राज्य के मुख्यमंत्री बने। सत्ता में आते ही आप सरकार ने खुद को कट्टर ईमानदार होने का दावा किया और कहा कि राज्य में कोई भी गलत काम नहीं होगा। जो भी काम होगा वो जनता के पक्ष में होगा। हालांकि आप सरकार के इस दावे की पोल खुलती नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) की पंजाब सरकार (Punjab Govt) के लिए ऐसा सियासी बवाल खड़ा हुआ है जो विपक्ष को निशाना साधने का मौका दे रहा है। खास बात ये भी है कि पंजाब सरकार पर आया ये संकट किसी और ने नहीं बल्कि उसी की पार्टी के राज्यसभा सांसद ने खड़ा किया है। चलिए आगे आपको तफसील से समझाते हैं क्या है ये पूरा मामला…

bhagwant mann and arvind kejriwal

दरअसल, राज्यसभा सांसद और टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खासमखास माने जाने वाले पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (PCA) अध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल के विरूद्ध मोर्चा खोल दिया है। हरभजन सिंह ने गुलजार इंद्र सिंह चहल (Gulzar Inder Singh Chahal) के खिलाफ पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन में बड़े स्तर पर फर्जी मेंबरशिप और गैर कानूनी गतिविधियों का आरोप लगाया है। हरभजन सिंह ने चहल के खिलाफ ये शिकायत न सिर्फ मुख्यमंत्री मान से बल्कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से भी की है। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह  ने बकायदा पीसीए स्टेक होल्डर के नाम खुली चिट्ठी लिख 150 लोगों को गैर कानूनी ढंग से सदस्यता देने के घपले से पर्दा भी उठाया है।

ध्यान हो कि हरभजन सिंह और गुलजार इंद्र सिंह चहल के बीच गहरी दोस्ती रही है। दोनों की दोस्ती का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि राज्यसभा का नामांकन पत्र भरने के अपने परिवार के सदस्यों की बजाय गुलजार सिंह चहल के साथ विधानसभा आए थे। वहीं, जब राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद सदस्यता प्रमाण पत्र लेने भी हरभजन सिंह का गुलजार सिंह चहल को ही लेकर स्पीकर के ऑफिस पहुंचे थे।

भज्जी ने पत्र में लगाया है ये आरोप

हरभजन सिंह ने जो पत्र पेश किया है उसमें ये आरोप लगाया है कि मौजूदा अध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल पीसीए के दबदबा बनाने के लिए गैर कानूनी ढंग से वोटिंग के अधिकार सहित सदस्यता दे रहे हैं। पीसीए अध्यक्ष ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकी अगर कभी वोटिंग होती है तो उन्हें बहुमत हासिल हो। हरभजन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि नए लोगों को सदस्यता देने से पहले न तो काउंसिल की इजाजत ली गई और न ही इसके लिए जर्नल बॉडी की मीटिंग बुलाना जरूरी समझा गया। अब देखना होगा कि