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Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान की रार में अशोक गहलोत को क्लीनचिट मिलने पर कांग्रेस में उठ रहे सवाल, प्रियंका के करीबी नेता ने ऐसे साधा निशाना

अशोक गहलोत को क्लीनचिट मिलने पर सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि विधायकों की बगावत के सूत्रधार शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर उनके काफी करीबी हैं। हालांकि, मंगलवार को ही ये खबर आई थी कि गहलोत ने सोनिया गांधी से फोन पर बात कर पूरे घटनाक्रम के लिए माफी मांगी है।

नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में मची उठापटक में सीएम अशोक गहलोत को आलाकमान से क्लीनचिट मिलने पर कांग्रेस के भीतर ही सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक जयपुर गए कांग्रेस के पर्यवेक्षकों अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट में गहलोत को क्लीनचिट दी है। जबकि, गहलोत के मंत्री शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर पर कार्रवाई की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि विधायकों को भड़काने और अलग से उनकी बैठक करने के मामले में धारीवाल, खाचरियावास, राठौर और जोशी को आलाकमान ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।

shanti dhariwal
अशोक गहलोत के समर्थक मंत्री शांति धारीवाल

गहलोत को क्लीनचिट मिलने की बात सामने आते ही कांग्रेस के भीतर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर आलाकमान पर उंगली उठा दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘बगावत के सूत्रधार तो कोतवाल हैं और कार्रवाई सिर्फ हवलदारों पर।’ प्रमोद कृष्णम लगातार राजस्थान के मामले में मुखर रहे हैं। उन्होंने ये आरोप भी लगाया था कि गहलोत के कई मंत्रियों ने हजारों करोड़ रुपए कमाए हैं और ये मंत्री ही ईडी के डर से राजस्थान में सारा खेल कर रहे हैं। प्रमोद कृष्णम इससे पहले भी गहलोत पर कई बार निशाना साध चुके हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि अगर राजस्थान के सीएम कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ते हैं, तो उनको पद छोड़ देना चाहिए।

अशोक गहलोत को क्लीनचिट मिलने पर सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि विधायकों की बगावत के सूत्रधार शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर उनके काफी करीबी हैं। हालांकि, मंगलवार को ही ये खबर आई थी कि गहलोत ने सोनिया गांधी से फोन पर बात कर पूरे घटनाक्रम के लिए माफी मांगी है। ये भी पता चला है कि गहलोत ने सोनिया से कहा कि विधायकों की बगावत से उनका लेना-देना नहीं था। हालांकि, जब माकन और खड़गे के सामने विधायक बगावत कर रहे थे और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गहलोत को फोन कर मामला संभालने के लिए कहा था, तो उन्होंने ये कहते हुए किनारा कर लिया था कि उनके हाथ में कुछ नहीं है।