Rahul Gandhi: सर्जिकल स्ट्राइक पर किया सवाल, अब राहुल ने भी दिग्विजय से किया किनारा

Rahul Gandhi: दिग्विजय के बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई। जिसके बाद अब इस पर राहुल गांधी ने इस पर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने दिग्विजय के बयान के संदर्भ में क्या कुछ कहा है। आगे हम आपको विस्तार से बताते हैं।

सचिन कुमार Written by: January 24, 2023 1:51 pm

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में विवादित बयान दे दिया था, जिसके बाद कांग्रेस नेता अब विवादों में घिर चुके हैं। दिग्विजय के बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। वहीं, अब इस पर राहुल गांधी ने भी अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने दिग्विजय के बयान के संदर्भ में क्या कुछ कहा है। आगे हम आपको विस्तार से बताएंगे, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर दिग्विजय ने सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में ऐसा क्या कह दिया था कि अब राजनीतिक गलियारों में घमासान छिड़ चुका है। आइए, आपको विस्तार से बताते हैं।

दिग्विजय ने क्या कह दिया था? 

दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करने के क्रम में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह लोग कहते हैं कि इन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक की है, लेकिन आज तक इन्होंने संसद में इससे संबंधित कोई रिपोर्ट तो नहीं दी, जिससे यह पुष्टि हो कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी।

बता दें कि अभी उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में घमासान छिड़ चुका है। दिग्विजय की घोर निंदा की जा रही है। जिस पर अब राहुल गांधी का भी बयान सामने आया है। आइए , आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कहा है।

क्या बोले राहुल गांधी?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिग्विजय के बयान पर रिएक्शन देते हुए कहा कि हम दिग्विजय सिंह के निजी विचारों की कद्र नहीं करते। उनके विचार निजी हैं। हम बिल्कुल स्पष्ट हैं कि सशस्त्र बल अपना काम असाधारण रूप से अच्छी तरह से करते हैं और उन्हें इसका प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है।

सेना ने भी की आलोचना 

बता दें कि सेना ने भी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के उक्त बयान की निंदा की है। दिग्विजय द्वारा संसद में रिपोर्ट नहीं पेश किए जाने के संदर्भ पर सेना ने कहा कि सरकार भलीभांति जानती है कि सेना की नीतियों को जाहिर नहीं करना है। ऐसा करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकता है। जिसे देखते हुए उनके बयान की आलोचना की गई है।