
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के (बुधवार) 11 अप्रैल को बहन प्रियंका गांधी के साथ वायनाड जाने पर कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है, कि आखिर राहुल गांधी बार-बार वायनाड क्यों जा रहे हैं, क्या राहुल गांधी एक बार फिर वायनाड की सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की तयारी में जुट गए हैं। इसको लेकर कई सियासी जानकार ये मानते हैं कि राहुल संभवतः दोबारा वायनाड की ओर रुख करेंगे। हालांकि फिलहाल वो लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद फिर से सदस्यता हासिल करने को लेकर ही जूझ रहे हैं। हाल ही में जब राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने को लेकर कांग्रेस ने देशभर में संकल्प सत्याग्रह किया तो राहुल गांधी की लोकसभा सीट वायनाड में ही सीटें खली नजर आई, पार्टी के बड़े नेता इस दौरान इस प्रदर्शन में नजर नहीं आए थे, तब सवाल उठे कि क्या राहुल गांधी के लिए वायनाड की सीट पर अब भी वही माहौल है। ऐसे में राहुल गांधी का वायनाड दौरा इसी ओर इशारा कर रहा है कि इसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए वो माहौल बना रहे हैं।
Delhi | Congress leader Rahul Gandhi leaves for Kerala to visit his former constituency, Wayanad, where he will address at a public event today pic.twitter.com/VstYVaNeFl
— ANI (@ANI) April 11, 2023
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ वायनाड के दौरे पर जा रहे हैं, केरल कांग्रेस पार्टी ने इस संबंध में एक कार्यक्रम जारी किया है। मीडिया को इस कार्यक्रम से संबंधित जानकारी दी गई है उसके मुताबिक राहुल गांधी वायनाड में दो जनसभाओं को भी संबोधित कर सकते हैं। इस बारे में बात करते हुए केरल विधानसभा के कांग्रेस सदस्य टी सिद्दीकी ने कहा, राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका और अन्य पार्टी नेताओं के साथ यहां पर रोड शो करेंगे और उसके बाद एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। बताया जा रहा है इसके बाद एक रोड शो भी राहुल गांधी करेंगे जिसमें UPA के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे..
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता छीने जाने पर लोकतंत्र खत्म होने की बात कर रही है, इसी को लेकर इस कार्यक्रम में शक्ति प्रदर्शन होगा। इस बारे में कांग्रेस नेताओं का कहना है कि केरल की इस रोड शो में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूपीए) के सभी दलों के कार्यकर्ता भी रोड शो में मौजूद रहेंगे। लेकिन खास बात ये होगी कि UPA को प्रदर्शित करने के लिए यहां कांग्रेस की जगह सभी दल अपने-अपने झंडे लेकर कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन करेंगे।