नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी ने दिल्ली के तीन थानों में शिकायत दर्ज कराई है। पंजाबी बाग, तिलक नगर और पार्लियामेंट स्ट्रीट थानों में ये शिकायतें बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल, सिख प्रकोष्ठ और एसटी प्रकोष्ठ के सीएल मीना द्वारा दर्ज कराई गई हैं। यह कार्रवाई राहुल गांधी द्वारा SC-ST और OBC आरक्षण पर दिए गए बयान के खिलाफ की गई है।
क्या था राहुल गांधी का बयान?
यह विवाद राहुल गांधी के उस बयान से शुरू हुआ, जो उन्होंने वॉशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया था। राहुल गांधी ने कहा था, “जब भारत एक निष्पक्ष जगह बन जाएगा, तो कांग्रेस आरक्षण खत्म करने पर विचार करेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत अभी निष्पक्ष नहीं है और यहां 90 फीसदी आबादी दलित, पिछड़ों और आदिवासियों की है, जो “खेल में शामिल ही नहीं हैं।”
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के विरुद्ध कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अनर्गल व निराधार आरोप तथा अमर्यादित भाषा का उपयोग करने और विदेशों में देश विरोधी भड़काऊ वक्तव्य देने के संदर्भ में एफआईआर दर्ज कराने हेतु आज सागर जिला भाजपा के वरिष्ठ नेतागण और समस्त… pic.twitter.com/Eyi9tjs55n
— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) September 19, 2024
जातीय जनगणना पर राहुल गांधी की राय
राहुल गांधी ने जातीय जनगणना के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह जानने का प्रयास है कि निचली, पिछड़ी जातियों और दलितों को भारतीय व्यवस्था में कैसे समाहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत के 200 व्यवसायों में से, देश की 90 फीसदी आबादी का कोई स्वामित्व नहीं है। शीर्ष अदालतों और मीडिया में भी इनकी भागीदारी नहीं है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना से यह समझने में मदद मिलेगी कि पिछड़ों और दलितों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति कैसी है, ताकि भारतीय संस्थानों में उनकी भागीदारी का सही आकलन किया जा सके।
बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी ने इसे समाज को विभाजित करने वाला और संविधान के खिलाफ बताया है। शिकायतकर्ताओं ने राहुल गांधी पर आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी का आरोप लगाया है।