नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी इंडिया गठबंधन की आड़ लेकर बीजेपी को परास्त करने में सफल हो पाएंगे की नहीं? ये तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। हालांकि, 2024 के चुनाव से पहले सियासी मोर्चे पर लड़ाई तेज हो चुकी है। बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ आक्रमक मुद्रा में हैं, लेकिन बीते दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा मीडिया को दिए गए बयान से साफ जाहिर हो रहा है कि इंडिया गठबंधन मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने से पहले फुस्सी साबित हो रहा है। नेताओं के बीच तकरार और टकराव का सिलसिला शुरू हो चुका है। अखिलेश यादव जहां यूपी कांग्रेस चीफ को चिरकुट बता रहे हैं, तो वहीं आज जब अखिलेश को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ से सवाल किया गया, तो उन्होंने बड़े ही बेरुखी भरे अंदाज में कहा कि अरे छोड़िए अखिलेश-वखिलेश, तो कुल मिलाकर तस्वीर साफ हो चुकी है कि इंडिया गठबंधन में कुछ ठीक नहीं है, जिसका सीधा फायदा अगर किसी को मिलेगा, तो बीजेपी ही है।
खैर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इन तमाम खींचतान से कोई सरोकार नहीं है। वो तो कभी कूली बनकर लोगों का बोझ कम करते नजर आते हैं, तो कभी कुक बनकर खाना बनाते। शायद वो ऐसा करके आगामी लोकसभा चुनाव से पहले जनता से अपने संबंधों को प्रगाढ़ करने की कोशिश कर रहे हैं। आज इसी बीच राहुल तेलंगाना दौरे के दौरान डोसा बनाते नजर आए। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर विजयभेरी यात्रा भी की। वो करिमनगर से जातिगत जिले तक रवाना हुए। इस दौरान वो नुकापल्ली बस स्टैंड पर रुके। इसके बाद वो भोजनालय पर आ गए और उन्होंने डोसा बनाना शुरू कर दिया। इस दौरान वो डोसा खाते हुए भी नजर आए।
#WATCH | Telangana | Congress MP Rahul Gandhi made dosas at a tiffin cart, as he briefly halted at the NAC bus stop while going to Jagtial as part of the Congress Vijayabheri Yatra.
(Video: Telangana Congress) pic.twitter.com/FIXGfvxfkh
— ANI (@ANI) October 20, 2023
इस बीच राहुल ने लोगों को टॉफियां भी बांटीं और स्थानीय लोगों से बातचीत के दौरान उनकी समस्याओं को भी सुना और उन्हें निपटाने की दिशा में अपना प्लान भी पेश किया। उन्होंने विश्वास जताया कि अगर सूबे में उनकी सरकार आती है, तो वो प्रदेश के विकास व लोगों के हित के लिए लगातार काम करते रहेंगे। बता दें कि तेलंगाना में 30 नवंबर को चुनाव होने हैं और नतीजों की घोषणा 3 दिसंबर को होगी। अब ऐसे में आगामी दिनों में प्रदेश में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।