नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सभी दलों के सियासी सूरमा अपनी तैयारियों में जुट चुके हैं। कांग्रेस से लेकर बीजेपी तक में तैयारियों का सिलसिला शुरू हो चुका है। सभी अपनी राजनीतिक बिसात बिछाने में जुट चुके हैं। बीजेपी की तरफ से जहां प्रधानमंत्री मोदी मोर्चा संभाल चुके हैं। आज उन्होंने राजधानी भोपाल से लेकर जयपुर तक की जनता को जहां अपनी सरकार की उपलब्धियों से वाकिफ कराया तो वहीं पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जोरदार निशाना साधा। जयपुर में हुंकार भरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बार जनता कांग्रेस का सफाया करने का मन बना चुकी है। कांग्रेस ने झूठे वादे और दावे करके सूबे की जनता को ठगा है, जिसका उसे आगामी चुनाव में हिसाब देना होगा। वहीं, आज राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर भी पहुंचे, जहां उन्होंने ट्रेन में सफर किया और आम लोगों से मुखातिब होकर उनकी दुश्वारियों से वाकिफ हुए। इस दौरान राहुल ने बिलासपुर से लेकर रायपुर तक का सफर ट्रेन से किया। वे शाम करीब 6 बजे रेलवे स्टेशन पहुंचे। उनको एकाएक देखकर लोगों के बीच उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ मच गई। इस बीच राहुल ने सभी के साथ इत्मीनान से गुफ्तगू की। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कुमारी सलैजा भी मौजूद थीं।
#WATCH कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में ट्रेन से बिलासपुर से रायपुर की यात्रा की। pic.twitter.com/4RcRl0fjzT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 25, 2023
इस बीच राहुल ने ओबीसी मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि उनके पास ओबीसी जाति से जुड़े आंकड़े नहीं है। सरकार कहती है कि इसके लिए जनगणना करानी होगी, तो मैंने सदन में कहा था कि आप जातिगत जनगणना कराइए। हम आपके साथ हैं। इससे जातिगत आर्थिक स्थिति का पता चलेगा, लेकिन सरकार जातिगत जनगणना कराने को तैयार नहीं है। लेकिन, मैं आपको स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारे पास ओबीसी जाति से जुड़े आंकड़े हैं और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि सरकार के पास भी इससे जुड़े आंकड़े हैं, लेकिन वो इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहती है। राहुल ने सदन में कहा कि मैंने तो सदन में स्पष्ट कह दिया कि इस देश को 90 सेक्रेटरी मिलकर चलाते हैं, जिसमें से ओबीसी समुदाय के महज दो सचिव हैं। अभी हाल ही में महिला आरक्षण बिल दोनों सदनों से पारित किया गया। मैं इसका स्वागत करता हूं, लेकिन ओबीसी को इसमें जगह नहीं दी गई है।
बता दें कि बीते दिनों महिला आरक्षण बिल पारित होने के दौरान राहुल ने यह मुद्दा जोरों से उठाया था और मांग की थी कि ओबीसी समुदाय की महिलाओं को भी आरक्षण देने का मार्ग प्रशस्त किया जाए, जिसके बाद बीजेपी ने भी सवाल उठाया कि जब कांग्रेस साल 2009 में यह बिल लेकर आई थी, तो उस वक्त भी ओबीसी को आरक्षण देने का मार्ग तैयार नहीं किया गया था। ध्यान दें कि बीते दिनों जब इस संदर्भ में राहुल गांधी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा था कि मुझे इस बात का अफसोस है कि हमारी सरकार ने ओबीसी समुदाय को आरक्षण देने का मार्ग तैयार नहीं किया था, तो इस तरह से अब देश में ओबीसी को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।