newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rahul Gandhi At Samvidhan Suraksha Sammelan : राहुल गांधी ने संविधान को हजारों साल पुराना बताया, सुनिए क्या कहा

Rahul Gandhi At Samvidhan Suraksha Sammelan : पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बोले, इस संविधान में भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी, फुले, जवाहरलाल नेहरू, गुरु नानक देव और संत कबीर के विचार शामिल हैं। इस संविधान में उन सभी लोगों के विचार हैं जिनको हिंदुस्तान मानता है और जिनके विचारों का सम्मान करता है।

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, लोग कहते हैं कि संविधान 1947 में बना था। लेकिन मेरा मानना ​​है कि यह संविधान हजारों साल पुराना है। पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बोले, इस संविधान में भीमराव आंबेडकर, महात्मा गांधी, फुले, जवाहरलाल नेहरू, गुरु नानक देव और संत कबीर के विचार शामिल हैं। इस संविधान में उन सभी लोगों के विचार शामिल हैं जिनको हिंदुस्तान मानता है और जिनके विचारों का सम्मान करता है। इसलिए जब आप इस किताब को पकड़ते हो तो आप 70-80 साल पुरानी किताब को नहीं पकड़ रहे बल्कि हजारों साल पुरानी विचारधारा की रक्षा कर रहे हो।

इससे पहले राहुल गांधी ने बेगूसराय में पदयात्रा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों पर बिहार की नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी के निशाने पर केंद्र सरकार भी रही। कांग्रेस सांसद ने कहा कि इस देश में अगर आप दलित, महिला, आदिवासी या अल्पसंख्यक हो तो आप सेकंड क्लास के नागरिक हो। राहुल बोले, आज 5 प्रतिशत लोग पूरे देश को चला रहे हैं जबकि 10 से 15 लोग ऐसे हैं जिन्होंने कॉर्पोरेट इंडिया को पकड़ रखा है। उन्होंने जातीय जनगणना की वकालत की। बीजेपी और आरएसएस पर बरसते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि वो जातीय जनगणना कराना नहीं चाहते मगर हम जाति जनगणना के माध्यम से सामाजिक एक्सरे कर रहे हैं। तेलंगाना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास पूरा डाटा है और इस डाटा के जरिए हम पूरी राजनीति को बदल सकते हैं।

उधर, राहुल गांधी की पदयात्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, राहुल गांधी किस लिए पदयात्रा करेंगे? 1947 से लेकर 2005 तक लालू प्रसाद यादव की सरकार के कुछ सालों को छोड़कर कांग्रेस हमेशा सत्ता में सहयोगी रही है, तो जनता पूछेगी कि आपने लगभग 60 साल में इस क्षेत्र के लिए क्या किया। राहुल चाहे पदयात्रा करें या भागलपुर में बैठ जाएं कोई फर्क नहीं पड़ता है।