नई दिल्ली। इन दिनों अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन एक नहीं, दो नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों में देखने के मिल रहा है, लेकिन बात अगर विरोध तक ही सीमित रहती है, तो आज मसला उतना गंभीर नहीं होता, जितना की आज हो चुका है, वो इसलिए क्योंकि विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है, जिसे लेकर अब हिंसाग्रस्त राज्यों की पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है। बता दें कि अब तक हिंसा में संलिप्त सैकड़ों युवाओं को चिन्हित कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है। हालांकि, केंद्र सरकार की तरफ से साफ कहा जा चुका है कि अगर किसी को कोई आपत्ति है, तो उस पर विचार विमर्श किया जाएगा, लेकिन हिंसा किसी भी विवाद का निदान नहीं बन सकता है, लिहाजा प्रदर्शनकारी युवाओं से अपील है कि वे हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम देने से गुरेज करें, लेकिन अब यह पूरा मामला राजनीतिक रंग भी लेता जा चुका है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों की इस पूरे मसले में एंट्री हो चुकी है। बात अगर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की करें, तो इन दोनों उक्त स्कीम के विरूद्ध में शुरू से ही केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नजर आ रहे हैं।
आज इसी कड़ी में प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में हाथों में प्लेकार्ड लेकर केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की है। सभी कांग्रेसी नेता मुख्तलिफ तरीके से केंद्र सरकार की उक्त योजना का विरोध कर रहे हैं। उधर, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज फिर से उक्त योजना के विरोध में ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद दे कर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के ‘अग्निपथ’ पर चलने के लिए मजबूर किया है। 8 सालों में, 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ़ पकोड़े तलने का ज्ञान। देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।
बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद दे कर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के ‘अग्निपथ’ पर चलने के लिए मजबूर किया है।
8 सालों में, 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ़ पकोड़े तलने का ज्ञान।
देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 19, 2022
लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उक्त ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग भड़क गए। आइए, आपको दिखाते हैं कि आखिर भड़के लोगों ने क्या कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
Rahul Gandhi aap kb tak jhuth bolkar apne man ko tasalli dete rahenge .
— Aruna Rai (@imarunarai) June 19, 2022
बेरोजगार जो 100 दिन साल में मनरेगा में रोज़गार देने वाले ज्ञान न बांटे
पूरे देश के युवाओं को दिहाड़ी मजदूर बनाने की योजना लाकर ढिंढोरा पीट रहे थे।
वजिन लोगो को अग्निवीर योजना में नही जाना वो मनरेगा में जा सकते है।ये विकल्प खुला है।— Sunil Kumar????? (@Sunilkumar94204) June 19, 2022
हमारे यहा काफी-कुछ काँग्रेसी लोगो के संग्रह कीये हुए आलू सड गए क्युकी आपने समय पर वो मशीन लाकर नही दी, इसका जिम्मेवार कौन ?
— Pragna (@PragnaTweets) June 19, 2022
राहुल गांधी जी आपके जन्मदिन पर बस इतना कहूंगी
ऐसा बेटा किसी धरती पे न जन्मे जो अपने ही देश के दूसरे बेटों को भटकाकर उनका भविष्य तबाह कर डाले ✍️◆जन्मदिन विशेष◆
— सुषमा चौहान (@Chauhansushma05) June 19, 2022
यह देश का दुर्भाग्य है कि तुम जैसे नेता देश पर 60 सालों तक राज करते रहे आज कुछ अच्छा हो रहा है तो सबसे ज़्यादा तक़लीफ़ तुमको ही हो रही है तुम विदेशी महिला के पुत्र विदेशी ताक़तों के हाथों में खेलने वाले खिलौने हो तुम्हारे मुँह से यह बातें शोभा नहीं देती
— Deepak Modi (@deepakmodi78) June 19, 2022
वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भी इस योजना की आलोचना की है और केंद्र सरकार से अग्निपथ को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने इस योजना को युवाओं के लिए अहितकर बताया है। उधर, अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
दरअसल, युवाओं को इस बात का डर है कि बतौर चार वर्ष सेना में अग्निवीर काम करने के उपरांत उनके पास रोजगार के रूप में क्या साधन रहेंगे? लेकिन इस पर केंद्र की मोदी सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि चार वर्ष सेना में काम करने के उपरांत उनके पास अर्धसैनिक बलों समेत अन्य सरकारी मंत्रालयों में नौकरी के अपार अवसर उपलब्ध रहेंगे। लिहाजा उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। बहरहाल, अब अग्निपथ योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम