
नई दिल्ली। लोकसभा में अपने भाषण के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर पर आरोप लगाकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी घिर गए हैं। बीजेपी ने इंदिरा गांधी की साल 1980 में लिखी एक चिट्ठी पेश की है जिसमें उन्होंने सावरकर को भारत का विलक्षण पुत्र कहा था। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर इंदिरा गांधी की चिट्ठी को शेयर किया। इससे पहले लोकसभा में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए सावरकर पर लगाए उनके आरोपों का जवाब दिया था।
This document is for Rahul Gandhi Ji as he made an incorrect statement in Lok Sabha about Veer Savarkar. Indira Gandhi. pic.twitter.com/Me8CuS58E8
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 14, 2024
निशिकांत ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी कभी वीर सावरकर नहीं बन सकते। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने साल 1970 में वीर सावरकर के नाम पर डाक टिकट जारी किया था। 1979 में इंदिरा गांधी ने अपने पर्सनल एकाउंट से सावरकर ट्रस्ट को 11 हजार रुपए दान दिए। 1980 में इंदिरा गांधी ने पत्र लिखकर कहा कि सावरकर जैसा विरला सबूत कभी-कभी पैदा होता है। वहीं 1983 में इंदिरा गांधी ने मिनिस्ट्री ऑफ इंफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग के जरिए वीर सावरकर के ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री का निर्माण करवाया। राहुल गांधी सावरकर के बारे में झूठ बोलना बंद करें और अपनी दादी इंदिरा गांधी से माफी मांगें।
“राहुल गांधी जिंदगी में सावरकर नहीं हो सकते”
◆ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा @nishikant_dubey #VeerSavarkar | Veer Savarkar | Nishikant Dubey pic.twitter.com/AtRaaTwmG7
— News24 (@news24tvchannel) December 14, 2024
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने आज सदन में कहा था कि इंदिरा गांधी जी ने मुझे बताया कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया था। सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी मांगी थी। राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस को निशाने पर लेते हुए कहा, आपके नेता सावरकर जिसकी आप पूजा करते हैं, ने कहा था कि भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। राहुल ने आरोप लगाया था कि सावरकर संविधान को नहीं मनुस्मृति को मानते थे। मैं सत्ता पक्ष से पूछना चाहता हूं कि क्या आप अपने नेता सावरकर की बातों का समर्थन करते हैं, क्योंकि जब आप संसद में संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का उपहास कर रहे हैं, आप सावरकर को गाली दे रहे हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे हैं।