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Raj Thackeray: राज ठाकरे की PM से मांग, जल्द से जल्द लाए ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’, अयोध्या दौरा रद्द होने की बताई सच्चाई

Raj Thackeray: मनसे चीफ ने बताया कि अगर मैं अयोध्या जाता तो मेरे खिलाफ कई केस दर्ज किए जाते। मैं रामलला के दर्शन करना चाहता था, लेकिन तबीयत ठीक नहीं होने के चलते ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि मैं मुंबई भी गया था और इसकी जांच करवाई।

नई दिल्ली। बीते कई दिनों से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के चीफ राज ठाकरे (MNS Chief Raj Thackeray) सुर्खियों में छाए हुए हैं। मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने के विरोध में उन्होंने मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने का ऐलान किया था। जिसके बाद से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया था। इतना ही मनसे कार्यकर्ताओं ने शिवसेना के दफ्तर के सामने हनुमान चालीसा का जाप भी किया था। लेकिन विवाद थमने की जगह और बढ़ गया था। वहीं रविवार को राज ठाकरे ने पुणे में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राज ठाकरे ने राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार को जमकर निशाने पर लिया। इसके साथ उन्होंने अयोध्या दौरा रद्द करने की वजह भी बताई। इसके अलावा उन्होंने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर की मांग की। आपको बता दें कि इससे पहले राज ठाकरे ने औरंगाबाद में रैली की थी।

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मनसे चीफ ने बताया कि अगर मैं अयोध्या जाता तो मेरे खिलाफ कई केस दर्ज किए जाते। मैं रामलला के दर्शन करना चाहता था, लेकिन तबीयत ठीक नहीं होने के चलते ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि मैं मुंबई भी गया था और इसकी जांच करवाई। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि मैं लंबी यात्रा ना करूं। जिसके चलते मैंने अयोध्या का दौरा रद्द किया।  इस दौरान राज ठाकरे ने राणा दंपति की गिरफ्तारी का जिक्र कर महाराष्ट्र की कड़ी फटकार भी लगाई। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि, जब मैंने अपने कार्यकर्ताओं को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के लिए कहा, तो राणा दंपत्ति (रवि और नवनीत राणा) ने कहा कि वे मातोश्री में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। क्या मातोश्री एक मस्जिद है? बाद में शिवसैनिकों और राणा दंपत्ति के बीच क्या हुआ, सभी जानते हैं।

इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता किया कि वो जल्द से जल्द ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ लाएं और जनसंख्या नियंत्रण पर भी क़ानून लाएं।