नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को उन पर कटाक्ष करते हुए उनकी घोषणा को ‘फुसफुसाहट’ करार दिया। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, “रक्षा मंत्री ने रविवार सुबह एक ‘धमाके’ का वादा किया, जो ‘फुसफुसाहट’ के साथ खत्म हो गया!”
इससे पहले दिन में राजनाथ ने कहा, “रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत की पहल में एक बड़ा योगदान देने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।”
चिदंबरम ने बताया कि भारत में रक्षा उपकरणों का एकमात्र आयातक रक्षा मंत्रालय है। उन्होंने कहा, “किसी भी आयात पर रोक वास्तव में खुद पर रोक है। रक्षा मंत्री ने अपनी रविवार की ऐतिहासिक घोषणा में जो कहा वह केवल एक कार्यालयीन आदेश था।”
Import Embargo is high sounding jargon. What it means is we will try to make the same equipment (that we import today) in 2 to 4 years and stop imports thereafter!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 9, 2020
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ‘इम्पोर्ट एम्बार्गो’ (आयात पर रोक) केवल ‘शब्दजाल’ है। इसका मतलब यह है कि हम 2 से 4 साल में वही उपकरण (जो हम आज आयात करते हैं) बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद उनका आयात करना बंद कर देंगे!”
बता दें कि 101 उपकरणों की सूची में न केवल आसान उपकरण, बल्कि आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफल, सोनार सिस्टम, परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और रडार जैसे हाई टेक हथियार और सिस्टम भी शामिल हैं।