
नई दिल्ली। त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनाव हो चुके। अब बीजेपी कर्नाटक, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव पर फोकस कर रही है। इन सभी राज्यों में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी का फोकस दो चीजों पर है। पहला पीएम नरेंद्र मोदी का चेहरा और दूसरा राज्यों में यात्राओं के जरिए आम जन के मुद्दे उठाकर उनतक पहुंचना। ये खबर सूत्रों के हवाले से हिंदी अखबार अमर उजाला ने दी है। अखबार ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से बताया है कि चुनाव वाले राज्यों में बीजेपी यात्राएं निकालकर आम जन तक पहुंचने की तैयारी में है। इन यात्राओं के खत्म होने के बाद पीएम मोदी अपनी जनसभाओं से बीजेपी के लिए वोटरों को पक्ष में करने मैदान में उतरेंगे।
अखबार की खबर के मुताबिक बीजेपी नेतृत्व ने पाया है कि त्रिपुरा में उसकी जन विश्वास रथ यात्रा के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं। ठीक इसी तरह राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा और मध्यप्रदेश में विकास यात्रा को भी लोगों का समर्थन मिला है। खासकर युवा और महिलाएं बीजेपी के साथ दिख रहे हैं। इससे उत्साहित होकर अब बीजेपी उन राज्यों में यात्राओं पर फोकस करने जा रही है, जहां विधानसभा के चुनाव होने हैं। बीजेपी का इरादा है कि ज्यादा से ज्यादा राज्यों में जीत हासिल कर सरकार बनाई जाए। इससे विपक्ष अगले लोकसभा चुनाव से पहले हतोत्साहित भी होगा और राज्यसभा के चुनावों में भी बीजेपी को फायदा मिलेगा।
बीजेपी की यात्राओं के बाद उसके चेहरे के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी ही सबसे आगे रहने वाले हैं। मोदी के नाम और काम पर बीजेपी को वोट मिलते रहते हैं। कई राज्यों में मोदी की जनसभाओं ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बदला है। ऐसे में तेलंगाना, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पीएम मोदी के दौरे होते रहेंगे। मोदी अब तक कई बार राजस्थान जा चुके हैं। अब अन्य राज्यों की तरफ भी उनका रुख रहेगा। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की ये रणनीति काफी असरदार बन सकती है। इस रणनीति से पार पाने के लिए विपक्ष को काफी पापड़ बेलने पड़ सकते हैं।