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तीन अगस्त की सुबह से ही शुरू हो जाएगा राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन, ये होगी विधि

मंदिर की भूमि पूजन में प्रयुक्त होने वाले इस ताम्र कलश में वैदिक रीति के मुताबिक गंगाजल के साथ-साथ सभी तीर्थों के जल को भरा जाएगा। इस कलश में औषधि पंचरत्न, जिसमें हीरा, पन्ना, मलिक, सोना और चांदी शामिल होंगे, रखे जाएंगे।

अयोध्या। राममंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमिपूजन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसके लिए पीएम मोदी 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचकर भूमि पूजन में हिस्सा लेंगे। महंत कमल नयन दास ने बताया कि भूमिपूजन तीन अगस्त को ही सुबह 8 बजे से गणपति पूजा के साथ शुरू होगा। फिर विधिवत पंचांग पूजा होगी।

Ram mandir Trust Modi

इस भूमि पूजन संपन्न कराने के लिए काशी और अयोध्या के 11 वैदिक विद्वान इसमें हिस्सा लेंगे कराएंगे। इसको लेकर आचार्य इंद्रदेव ने बताया कि दूसरे दिन रामार्चा पूजा होगी, जिसके लिए अलग विद्वानों की टीम होगी। यह सुबह 8 बजे से छह से सात घंटे चलेगी। पांच अगस्त को वैदिक विद्वानों की टीम प्रधानमंत्री के आने से ठीक पहले वेदी पूजा संपन्न कराकर भूमिपूजन को तय मुहूर्त में संपन्न कराएगी।

Ram Mandir
राम मंदिर की नींव को लेकर सामने आई ये जानकारी

सामने आई जानकारी के मुताबिक भूमि पूजन के लिए गर्भ गृह वाले स्थान पर साढ़े तीन गुणे तीन फीट की नींव खोदी जाएगी। इस नींव में ही पांच ईंटें स्थापित करके भूमि पूजन किया जाएगा। ये पांच ईंटें नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा नाम की होगी, जिनकी पूजा की जाएगी। इसके बाद मंत्रोच्चारण के बीच मंदिर के गर्भगृह वाले स्थान पर, नींव के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तांबे का एक कलश स्थापित करेंगे।

Ram Mandir neev

मंदिर की भूमि पूजन में प्रयुक्त होने वाले इस ताम्र कलश में वैदिक रीति के मुताबिक गंगाजल के साथ-साथ सभी तीर्थों के जल को भरा जाएगा। इस कलश में औषधि पंचरत्न, जिसमें हीरा, पन्ना, मलिक, सोना और चांदी शामिल होंगे, रखे जाएंगे। साथ-साथ पाताल लोक के राजा शेषनाग को प्रसन्न करने के लिए चांदी के नाग नागिन का जोड़ा और भगवान विष्णु के अवतार के प्रतीक चांदी के कछुए को भी नींव में स्थापित किया जाएगा।