नई दिल्ली। रामलला की मूर्ति गर्भगृह के आसन में स्थापित कर दी गई है। इसे स्थापित करने में चार घंटे का समय लगा है। शास्त्रोक्त विधियों से पूजा-पाठ के साथ इस स्थापना प्रक्रिया को संपन्न किया गया है। इस तरह रामलला सदियों बाद अपने जन्मस्थान पर विराजित हो चुके हैं। इस दौरान मूर्तिकार योगीराज सहित अन्य संत भी मौजूद थे। बता दें कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है, जिसमें शामिल होने के बाबत केंद्र सरकार की ओर से अनेकों गणमान्यों को न्योता भेजा जा चुका है, जिसे कुछ लोग सहर्ष स्वीकार कर चुके हैं, तो वहीं कुछ खारिज भी कर चुके हैं।
बीते दिनों इंडिया गठबंधन ने भी इस निमंत्रण को ठुकरा दिया था, जिस पर बीजेपी ने तंज भी कसा था। बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं के इस रूख को मौसमी हिंदू की संज्ञा दी थी। उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया से बातचीत के दौरान पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बीजेपी ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक कार्यक्रम मेंं तब्दील करके रख दिया है, जिसे ध्यान में रखते हुए हमने इस कार्यक्रम में ना जाने का फैसला किया है, लेकिन अगर इसके बावजूद भी कोई इसमें शामिल होना चाहता है, तो वो हो सकता है।
उधर, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सारी तैयारियां संपन्न की जा चुकी हैं। आज प्रधानमंत्री मोदी ने जहां इस मौके पर नया डाक टिकट जारी किया है, तो वहीं दूसरी तरफ 22 जनवरी को आधे दिन तक ऑफिस को बंद रखने का निर्देश भी दिया है। इसके अलावा योगी सरकार ने 22 जनवरी के दिन प्रदेश में मांस, मछली और मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने का निर्देश भी जारी कर दिया है। उधर, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं। जगह-जगह बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात किए जाने का निर्देश दिया है।