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Uddhav Thackeray Remarks: उद्धव ठाकरे को राम मंदिर के पुजारी का मुंहतोड़ जवाब, कहा- यहां पर कोई परिंदा भी..

Uddhav Thackeray Remarks: राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने उद्धव ठाकरे को निशाने पर लेते हुए कहा, ऐसा कुछ नहीं होना..उद्धव ठाकरे द्वारा ऐसी कल्पना करना बिल्कुल गलत, बचकाना और नासमझी है। यहां जो आयोजन होगा वो बड़े भव्य रूप से उत्सव संपन्न होगा। यहां पर कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां रामभक्त कई महीनों से अयोध्या के राम मंदिर बनने का इंतजार कर रहे है। राम मंदिर का निर्माण कार्य भी तेजी के साथ हो रहा है। कयास ऐसे भी लगाए जा रहे है कि जनवरी 2024 में भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोले जा सकते है। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण के बीच बड़ा दावा कर दिया है जिसको लेकर वो विवादों में घिर गए है। दरअसल रविवार को उद्धव ठाकरे ने फिर से गोधरा कांड होने की बात कही है। जलगांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि संभावना है कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए देशभर से कई हिंदुओं को बुलाया जाएगा और फिर समारोह से लोगों के लौटने पर गोधरा कांड जैसी घटना हो सकती है। अब उद्धव ठाकरे के इस बयान के बाद सियासत भी गरमा गई है। अब भाजपा ने उद्धव ठाकरे के बयान पर पलटवार किया है। इसके अलावा राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने भी उद्धव को करारा जवाब दिया।

भाजपा का उद्धव को जवाब-

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, ”जिस राम मंदिर जन्मभूमि के लिए बालासाहेब ठाकरे इतने सक्रिय थे इतना आशीर्वाद दिया। ये पूरा गठबंधन पीएम मोदी के खिलाफ है वो वोट के लिए किसी भी सीमा तक जा सकते है। जिस प्रभश्रीराम के मंदिर में माता सबरी का मंदिर बनेगा। विशाल राजा का भी मंदिर बनेगा। उसके बारे में ये बातें उद्धव ठाकरे कर रहे है भगवान राम से उनको सद्बुद्धि दें। ये बहुत ही शर्मनाक और अशोभनीय बयान है। हम इसकी भत्सर्ना करते है।”

उधर राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने उद्धव ठाकरे को निशाने पर लेते हुए कहा, ”ऐसा कुछ नहीं होना..उद्धव ठाकरे द्वारा ऐसी कल्पना करना बिल्कुल गलत, बचकाना और नासमझी है। यहां जो आयोजन होगा वो बड़े भव्य रूप से उत्सव संपन्न होगा। यहां पर कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। इस प्रकार की यहां व्यवस्था की गई है। उद्धव ठाकरे की जो शंका हो रही है वो एकदम झूठी है। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए। बाल ठाकरे की राम मंदिर के लिए जो भावना थी उसके विपरीत भावना उद्धव ठाकरे की हो गई है क्योंकि वे कांग्रेस के साथ चले गए हैं, वे अब कांग्रेस वाली भाषा बोलने लगे हैं।”