नई दिल्ली। हाल ही में महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की थी। दिल्ली में हुई इस मुलाकात के बाद से राज्य में सियासी पारा लगातार बढ़ा हुआ है। इतना ही नहीं इस मुलाकात के बाद जिस तेवर में उद्धव ठाकरे ने मीडिया के सामने जवाब दिया था उसने महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी सरकार की परेशानी बढ़ा दी। घटक दल इस बयानबाजी से परेशान नजर आ रहे हैं। इस बीच महाराष्ट्र में जारी सियासी हलचल को लेकर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने एक बड़ा बयान दे दिया है। जिसके बाद राज्य में सियासी पारा और बढ़ सकता है।
अठावले ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी भाजपा और शिवसेना समेत अन्य दलों की ‘महायुति’ (महागठबंधन) सरकार बनाई जा सकती है। अठावले ने कहा कि इस महायुति में मुख्यमंत्री पद को आधे-आधे कार्यकाल के लिए शिवसेना के साथ बांटा जा सकता है। इतना ही नहीं अठावले ने ये भी बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से चर्चा की और जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी बैठक की जाएगी।
पीएम मोदी और सीएम उद्धव ठाकरे की मुलाकात के बाद चढ़ा सियासी पारा, संजय राउत के बयान ने बढ़ाई बेचैनी
बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने पीएम मोदी की जमकर प्रशंसा की थी। पीएम मोदी की तारीफ करते हुए संजय राउत ने कहा कि मेरा मानना है कि नरेंद्र मोदी देश और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता हैं। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि पिछले 7 सालों में भारतीय जनता पार्टी को जो सफलता मिली है, वह सिर्फ नरेंद्र मोदी की वजह से है।
संजय राउत ने आगे कहा कि शिवसेना का हमेशा से मानना रहा है कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, किसी एक पार्टी के नहीं। राउत ने कहा, लिहाजा, प्रधानमंत्री को चुनाव अभियान में शामिल नहीं होना चाहिये क्योंकि इससे आधिकारिक मशीनरी पर दबाव पड़ता है।