newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Politics: अखिलेश के चाचा रामगोपाल यादव ने कराई फजीहत, सीएम योगी से भू-माफिया की पैरवी का खुलासा, शिवपाल भी भड़के

सीएम योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी सौंपने की वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी और उनके चाचा रामगोपाल यादव निशाने पर आ गए हैं। यूपी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि रामगोपाल ने सोमवार को योगी से मुलाकात के दौरान दी गई चिट्ठी में भूमाफिया की पैरवी की। वहीं, अखिलेश के सगे चाचा और रामगोपाल से नाराज चल रहे शिवपाल सिंह यादव ने भी इस चिट्ठी को लेकर सवाल दाग दिए हैं।

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी सौंपने की वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी और उनके चाचा रामगोपाल यादव निशाने पर आ गए हैं। यूपी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि रामगोपाल ने सोमवार को योगी से मुलाकात के दौरान दी गई चिट्ठी में भूमाफिया की पैरवी की। वहीं, अखिलेश के सगे चाचा और रामगोपाल से नाराज चल रहे शिवपाल सिंह यादव ने भी इस चिट्ठी को लेकर सवाल दाग दिए हैं। इस वजह से सपा में आंतरिक घमासान छिड़ने की भी आशंका है। पहले आपको बताते हैं कि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने क्या कहा। पाठक ने कहा कि रामगोपाल ने सीएम योगी को जो चिट्ठी दी, उसमें एटा के भूमाफिया रामेश्वर यादव और जोगेंद्र यादव की ही पैरवी की। जबकि, सपा की ओर से कहा गया था कि रामगोपाल ने पिछड़ों और मुस्लिमों के उत्पीड़न के खिलाफ योगी से बात की है।

brajesh pathak and akhilesh yadav

ब्रजेश पाठक ने कहा कि रामेश्वर के खिलाफ एटा के ही अलग-अलग थानों में 86 केस दर्ज हैं। रामेश्वर यादव पर आरोप है कि उसने डरा-धमकाकर सरकारी और गैर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे किए। इनकम टैक्स विभाग ने उसकी 52 करोड़ की चल और अचल संपत्ति भी कुर्क की थी। रामेश्वर की जमीन की कुर्की का आदेश भी 18 जून को एटा के डीएम ने जारी किया था। फिलहाल वो आगरा जेल में है। जोगेंद्र यादव पर भी इसी मामले में कार्रवाई हुई है।

एक तरफ ब्रजेश पाठक ने रामगोपाल की चिट्ठी का खुलासा कर दिया। वहीं, शिवपाल सिंह ने रामगोपाल और सीएम योगी की मुलाकात पर सवाल उठाए। शिवपाल सिंह ने रामगोपाल की तरफ से सीएम को दी गई चिट्ठी ट्विटर पर जारी की। उन्होंने लिखा कि न्याय की यह लड़ाई अधूरी क्यों है? आजम खान साहब, नाहिद हसन, शहजिल इस्लाम और अन्य कार्यकर्ताओं के लिए क्यों नहीं? बता दें कि रामगोपाल और अखिलेश के बीच करीबी बढ़ने के बाद ही शिवपाल सिंह को सपा छोड़नी पड़ी थी। बीते दिनों उनके और अखिलेश के बीच रिश्ते और खराब हो गए। यहां तक कि सपा की तरफ से ट्विटर पर कहा गया था कि शिवपाल सिंह को जहां सम्मान मिले, वहां वह चले जाएं। इसके बाद शिवपाल ने भी कहा था कि मैं तो पहले ही सपा से जा चुका हूं।