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राज्यसभा के लिए नामित होने के बाद बोले पूर्व CJI रंजन गोगोई- “मैं कल दिल्ली जाऊंगा, मुझे शपथ लेने दीजिए फिर..”

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद गोगोई ने पहली बार बयान देते हुए कहा है कि, “पहले मुझे शपथ लेने दीजिए फिर मैं मीडिया से विस्तार से बात करूंगा।”

नई दिल्ली। सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद गोगोई ने पहली बार बयान देते हुए कहा है कि, “पहले मुझे शपथ लेने दीजिए फिर मैं मीडिया से विस्तार से बात करूंगा।”

Ranjan Gogoi

पूर्व CJI ने कहा है कि, “मैं कल दिल्ली जाऊंगा, पहले मुझे शपथ लेने दीजिए फिर मैं मीडिया से विस्तार से बात करूंगा कि मैंने यह क्यों स्वीकार किया और मैं राज्यसभा क्यों जा रहा हूं।”

कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों ने उठाए सवाल

आपको बता दें कि कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों ने जस्टिस गोगोई के मनोनीत होने पर सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि उन्हें इसे स्वीकार करने से मना कर देना चाहिए क्योंकि इससे न्यायापालिका की निष्पक्षता पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं कुछ नेताओं ने उन्हें उनके पुराने बयान याद दिलाते हुए इस मनोनयन को अस्वीकार करने की सलाह दी थी।

ranjan gogoi supreme court

रंजन गोगोई का संक्षिप्त परिचय

जस्टिस रंजन गोगोई का जन्म 18 नवंबर 1954 को हुआ। वह असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के पुत्र हैं। रंजन गोगोई का जन्म 18 नवंबर 1954 को हुआ। उन्होंने गुवाहाटी हाई कोर्ट से वकालत की शुरुआत की थी। 28 फरवरी 2001 को वह गुवाहाटी हाई कोर्ट में स्थायी जज नियुक्त हुए। वह 12 फरवरी 2011 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने। 23 अप्रैल 2012 को वह सुप्रीम कोर्ट के जज बने और 17 नवंबर 2019 को इस पद से सेवानिवृत्त हुए। भारत के पूर्वोत्तर राज्य से इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाले वह पहले जस्टिस थे।

Justice Ranjan Gogoi
फाइल फोटो

 

जनवरी 2018 में तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के कार्य प्रणाली से नाराज गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के तीन अन्य जजों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब सुप्रीम कोर्ट के जज एकसाथ न्यायालय के आंतरिक मामलों को लेकर मीडिया के सामने सार्वजनिक रूप से आए थे।