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Antilia case: परमबीर की चिट्ठी पर अक्रामक हुई BJP, रविशंकर बोले-मुंबई का टारगेट 100 करोड़ था, तो पूरी सरकार का…

Antilia case: केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, सचिन वाजे वर्षों तक सस्पेंड था, वर्षों के बाद उसको कोरोना काल में अप्वाइंट कराया गया और कहा गया कि कोरोना में पुलिस वाले बीमार पड़ रहे हैं इसलिए इनको लिया जा रहा है। भाजपा की तरफ से पहला सवाल ये है कि सचिन वाजे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई?

नई दिल्ली। एंटीलिया केस (Antilia case) में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) के लेटर बम के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल सा आ गया है। परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद भाजपा लगातार महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में अब केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने महा अघाड़ी सरकार पर जमकर हमला बोला। रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने एक चिट्टी लिखी है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री और राज्यपाल जी को, जिसमें उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री ने सचिन वाजे से कहा कि हमें 100 करोड़ रुपये महीना बंदोबस्त करके दो।

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि, सचिन वाजे वर्षों तक सस्पेंड था, वर्षों के बाद उसको कोरोना काल में अप्वाइंट कराया गया और कहा गया कि कोरोना में पुलिस वाले बीमार पड़ रहे हैं इसलिए इनको लिया जा रहा है। भाजपा की तरफ से पहला सवाल ये है कि सचिन वाजे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई?

Ravi Shankar Prasad

उन्होंने कहा कि सचिन वाजे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई? ये शिवसेना का दबाव था, मुख्यमंत्री मंत्री का दबाव था या शरद पवार का भी दबाव था? सचिन वाजे को बचाने की क्या मजबूरी थी, सचिन वाजे के पेट में और क्या-क्या सीक्रेट हैं? पूर्व कमिश्नर परमवीर ने कहा है कि मैं शरद पवार को भी ब्रीफ करता था। शरद पवार वहां सरकार का अंग नहीं है, तो एक पुलिस कमिश्नर उनको ब्रीफ क्यों कर रहा था और उसने ये भी बताया कि पैसे मांगे जा रहे हैं। तो शरद पवार ने क्या कार्यवाही की?

उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से एक और बहुत बड़ा गंभीर सवाल उठता है- 100 करोड़ रुपये का टार्गेट था मुंबई से तो कृपया करके उद्धव ठाकरे और शरद पवार जी बताएं कि पूरे महाराष्ट्र का टार्गेट क्या था? अगर एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ था तो बाकी मंत्रियों का टार्गेट क्या था? ये भ्रष्टाचार नहीं है इसे कहते हैं- ऑपरेशन लूट। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करो और जनता के पैसे लूटो ये उसका टेक्स्ट बुक केस है।


इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा, आप बाला साहब ठाकरे के पुत्र हैं ना, जिन्होंने जय महाराष्ट्र शब्द बताया था। आपने कुर्सी के लिए बेईमानी की सरकार बनाई। अब आप अपने पिता जी की गरिमा पर क्या चोट पहुंचा रहे हैं? ‘जय महाराष्ट्र’ जहां आप मुख्यमंत्री हैं, वहां करोड़ों रुपये की लूट हो रही है।’