
लखनऊ। भतीजे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से उनके चाचा शिवपाल यादव की तल्खियां और बढ़ गई हैं। हालत अब ये है कि शिवपाल अब सपा के विधायकों के साथ बैठना तक नहीं चाहते हैं। शिवपाल ने यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना से गुजारिश की है कि सदन में उनकी सीट बदल दी जाए। शिवपाल प्रसपा के अध्यक्ष हैं और सपा के टिकट पर ही जसवंतनगर सीट से विधायक हैं। फिलहाल वो उप सभापति के पीछे वाली सीट पर बैठते हैं। साल 2017 में अखिलेश यादव से मनमुटाव के बाद शिवपाल ने सपा छोड़कर प्रसपा नाम से अलग पार्टी बना ली थी। इस बार चुनाव से पहले अखिलेश से उनका समझौता हुआ था, लेकिन बाद में बात एक बार फिर बिगड़ गई।
शिवपाल ने पिछले दिनों लगातार अखिलेश पर हमलावर तेवर अपनाए थे। जेल में बंद आजम खान से मिलने के बाद वो बोले थे कि सपा ने आजम को रिहा कराने के लिए कुछ नहीं किया। इसके बाद जब 21 अप्रैल को अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी से मिलने वाला सपा में नहीं रहेगा, तो शिवपाल ने इसे गैर जिम्मेदाराना बयान कहा था और टिप्पणी की थी कि उनको मुझे जल्दी ही विधायक दल से बाहर कर देना चाहिए। शिवपाल ने एक इंटरव्यू में ये भी कहा था कि अखिलेश ने उनका काफी अपमान किया और मांगने पर भी ज्यादा सीटें नहीं दीं।
अखिलेश से बढ़ती रार के बीच शिवपाल ने बीजेपी के करीब होने के संकेत भी देने शुरू कर दिए थे। 26 मार्च को जब सपा विधायकों की बैठक में शिवपाल को नहीं बुलाया गया, तो वो दिल्ली चले गए। फिर वहां से लौटकर वो सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे। शिवपाल ने योगी, पीएम नरेंद्र मोदी वगैरा को ट्विटर पर फॉलो भी करना शुरू कर दिया। हाल ही में सपा के गठबंधन दलों के विधायकों की बैठक से भी वो नदारद रहे थे।