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Mohan Bhagwat: मुगलों पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का निशाना, बोले- छत्रपति शिवाजी और भोंसले परिवार ने अत्याचारों से बचाया

उन्होंने कहा कि दुनिया के अच्छे देशों के पास हर तरह के विचार होते हैं। उनके पास सभी तरह की व्यवस्था होती है और ये देश इन्हीं व्यवस्थाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं। एक व्यक्ति, एक विचार, एक समूह और विचारधारा किसी देश को बना या बिगाड़ नहीं सकती हैं।

नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने नाम लिए बिना मुगलों के शासन पर निशाना साधा है। मोहन भागवत ने मंगलवार को छत्रपति शिवाजी और नागपुर के भोंसले शासकों का नाम लेकर मुगलों को निशाने पर लिया और उनके दौर को अत्याचारी बताया। राजरत्न पुरस्कार समिति के समारोह में मोहन भागवत ने ये भी कहा कि एक विचारधारा या कोई एक व्यक्ति देश को न बना सकता है और न बिगाड़ सकता है। मुगलों का नाम लिए बगैर मोहन भागवत ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज्य की स्थापना की। उनके समय में दक्षिण भारत को अत्याचारों से मुक्त कराया जा सका था।

mohan bhagwat

भागवत ने आगे भोंसले राजाओं के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि नागपुर के भोंसले परिवार के शासन के दौरान उत्तर और पूर्वी भारत को अत्याचारों से मुक्त कराया गया था। मोहन भागवत ने बताया कि भोंसले परिवार तो डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के समय आरएसएस से जुड़ा। उन्होंने कहा कि दुनिया के अच्छे देशों के पास हर तरह के विचार होते हैं। उनके पास सभी तरह की व्यवस्था होती है और ये देश इन्हीं व्यवस्थाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं। एक व्यक्ति, एक विचार, एक समूह और विचारधारा किसी देश को बना या बिगाड़ नहीं सकती हैं। कई अन्य मसलों पर भी भागवत ने अपने विचार रखे।

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मोहन भागवत बीते दिनों अपने एक बयान की वजह से विवाद में घिरे थे। तब उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि पंडितों ने जाति व्यवस्था बनाई है। इस पर ब्राह्मण समुदाय के तमाम लोगों ने नाराजगी जताई थी। जिसके बाद आरएसएस की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया था कि मोहन भागवत ने ब्राह्मणों के बारे में नहीं, बल्कि ज्ञानियों के बारे में कहा था। जिसके बाद इस मुद्दे पर उपजा विवाद शांत हुआ था। अब सबकी नजर इस पर है कि मुगलों के बारे में भागवत की राय पर विपक्षियों की क्या प्रतिक्रिया आती है।