नई दिल्ली। साल 2002 के गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर बनी बीबीसी की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद खत्म होते नहीं दिखाई दे रहा है। एक तरफ जहां भारत से लेकर ब्रिटेन समेत इस डॉक्यूमेंट्री की आलोचना की जा रही है। वहीं इंडियन गवर्नमेंट ने इस विवादित डॉक्यूमेंट्री यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर से ब्लॉक कर दिया है। विवादित डॉक्यूमेंट्री बैन करने के बावजूद भी देश में इसकी स्क्रीनिंग रखी गई। जिसको लेकर अब बवाल बढ़ता जा रहा है। दरअसल पहले हैदराबाद यूनिवर्सिटी (Hyderabad University) और फिर जेएनयू ने BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का प्लान बनाया। 24 जनवरी यानि आज ही के दिन रात 9 बजे डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने के लिए पर्चे छापे गए। लेकिन विवाद बढ़ने के बाद जेएनयू प्रशासन ने कैंपस में बीबीसी की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री के स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी।
जेएनयू प्रशासन ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए उनसे कोई प्रमिशन नहीं ली गई। प्रशासन ने अपनी एडवाइजरी में ये भी लिखा, इस स्क्रीनिंग से कैंपस में शांति-व्यवस्था खराब हो सकती है। बिना परमिशन के स्क्रीनिंग करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।वहीं JNU में बीबीसी की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग कराने को लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत भी की गई है। वकील विनीत जिंदल ने इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने के लिए जेएनयू स्टूडेंट यूनियन और ऑर्गनाइज़र के खिलाफ पुलिस से शिकायत दर्ज करवाई है।
बता दें कि इससे पहले हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी पर बनी विवादित डॉक्यूमेंट्री छात्रों को दिखाई गई। हैदराबाद यूनिवर्सिटी की कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वहीं ABVP ने इसे लेकर अधिकारियों से कंप्लेट भी दर्ज करवाई है।
Hyderabad | A group of students at Hyderabad Central University organised a screening of the BBC documentary “India: The Modi Question” inside the university campus y’day, as per police. A probe will be initiated on receiving a written complaint, say police. pic.twitter.com/MJEhkmH5Q4
— ANI (@ANI) January 23, 2023
वहीं मामला में पुलिस ने बताया कि हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों के एक ग्रुप ने आज विश्वविद्यालय परिसर के अंदर बीबीसी डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” की स्क्रीनिंग का आयोजन किया। पुलिस ने ये भी बताया कि शिकायत मिलने के बाद अब जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि बीबीसी की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ में 2002 में हुए गुजरात दंगों को दिखाया गया है। उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे। इसके अलावा दो पार्ट में बनी इस विवादित डॉक्यूमेंट्री में पीएम मोदी और मुस्लिम के बीच खराब रिश्ते को भी दर्शाया गया है।