newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

BJP on Sanatan Row: उदयनिधि के विवादित बयान पर बवाल, रविशंकर ने राहुल, सोनिया और प्रियांका की चुप्पी पर उठाए सवाल

Ravishankar Prasad: इसके अलावा बीजेपी नेता ने आरजेडी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता जगदानंद कहते हैं कि टीका लगाने वाले लोगों ने देश को गुलाम बनाकर रखा है, लेकिन बीते दिनों लालू यादव खुद सिद्धिविनायक मंदिर गए और वहां टीका भी लगाया, लेकिन उन्होंने अपने नेता के विवादित बयान पर कुछ भी नहीं कहा, जिससे इंडिया गठबंधन में छुपा एजेंडा बाहर आ रहा है।

नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से हिंदुस्तान की राजनीति में सनातन धर्म को लेकर बवाल मचा हुआ है और इस बवाल की शुरुआत किसी और ने नहीं, बल्कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने की है । उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियों से की थी। जिसके बाद उनके खिलाफ दिल्ली और तमिलनाडु की पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई, लेकिन विडंबना देखिए कि पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से ही इनकार कर दिया, जिसके बाद 262 गणमान्यों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ को लेटर लिखकर उदयनिधि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उधर, बीते सोमवार को तमिलनाडु के विपक्षी दलों ने भी उदयनिधि के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करवाया है। इसके अलावा यूट्यूबर मनीश कशयप की मां ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को खत लिखकर उदयनिधि के खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की। दरअसल, मनीष पर आरोप है कि उन्होंने झूठी खबर के आधार पर दो राज्यों के बीच तनाव पैदा किया था। मनीश कशयप की मां ने राष्ट्रपति को लिखे लेटर में कहा कि आज उदयनिधि की वजह से पूरे देश में तनाव का माहौल है। वहीं, अब इस पूरे मामले पर बीजेपी की तरफ से मोर्चा संभाले हुए रविशंकर प्रसाद ने इंडिया गठबंधन के नेताओं पर जोरदार निशाना साधा है।

Udhayanidhi Stalin

दरअसल, रविशंकर प्रसाद ने पूरे मामले को लेकर राहुल, सोनिया और प्रियंका की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मैं यह जानना चाहता हूं कि ये सभी नेता इस मामले पर चुप क्यों है? वहीं, आज तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि इंडिया गठबंधन का गठन ही सनातन धर्म को समाप्त करने के मकसद से किया गया है, लेकिन अभी तक इंडिया की ओर से किसी ने भी इस पर स्पष्टीकरण नहीं दिया है। ऐसे में यह सवाल बनता है कि आखिर इस मामले में राहुल, सोनिया और प्रियंका ने क्यों चुप्पी साध रखी है?

इसके अलावा बीजेपी नेता ने आरजेडी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता जगदानंद कहते हैं कि टीका लगाने वाले लोगों ने देश को गुलाम बनाकर रखा है, लेकिन बीते दिनों लालू यादव खुद सिद्धिविनायक मंदिर गए और वहां टीका भी लगाया, लेकिन उन्होंने अपने नेता के विवादित बयान पर कुछ भी नहीं कहा, जिससे इंडिया गठबंधन में छुपा एजेंडा बाहर आ रहा है। वहीं, जब रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने विवादित बयान दिया था, तब भी लालू चुप थे।

उधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे कहते हैं कि जिस धर्म में भेदभाव किया जाता है, वो धर्म नहीं हो सकता है, लेकिन कांग्रेस का कोई भी नेता इस बयान का विरोध नहीं करता। प्रियांक अपने इस बयान से उदयनिधि का खुला सपोर्ट करते हैं। रविशंकर ने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी नेता आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस तरह के विवादित बयान दिए जा रहे है, लेकिन उन्हें इन बयानों से कोई फायदा नहीं मिलने वाला है।

उधर, साध्वी प्राची ने भी बीजेपी को इन बयानों को लेकर आड़े हाथों लिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से कर रहे हैं, भगवान उन्हें इन बीमारियों का सुख दे। यह उनका पहला रिएक्शन है। बता दें कि बीते दिनों दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल जैसे नेताओं ने उदयनिधि के इस बयान से किनारा कर लिया था, लेकिन इस पूरे मसले को लेकर जारी सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। बहरहाल, अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

यहां सुनिए सनातन विवाद पर रविशंकर प्रसाद का पूरा प्रेस कांफ्रेंस