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Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: अब इस अहम मुद्दे को सचिन पायलट ने बनाया अशोक गहलोत के खिलाफ हथियार?, बोले- जो काम हमें करना चाहिए…
सचिन पायलट और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बीच जारी सियासी जंग के बारे में भला किसे पता नहीं है। अब लग रहा है कि इस जंग में सचिन पायलट ने पुलवामा के शहीदों के घरवालों की मांग को गहलोत के खिलाफ हथियार बनाया है। सचिन पायलट ने शनिवार को इस मुद्दे पर फिर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
टोंक। सचिन पायलट और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बीच जारी सियासी जंग के बारे में भला किसे पता नहीं है। अब लग रहा है कि इस जंग में सचिन पायलट ने पुलवामा के शहीदों के घरवालों की मांग को गहलोत के खिलाफ हथियार बनाया है। टोंक में सचिन पायलट ने शनिवार को इस मुद्दे पर फिर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि एक या दो नौकरी बड़ा मुद्दा नहीं है। इसके लिए नियम पहले भी बदले गए हैं और फिर बदले जा सकते हैं। सचिन पायलट ने कहा कि सेना के जवान हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए खड़े हैं। सैनिक हमारा मान-सम्मान और गौरव हैं। उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं की मांगों को सुनकर शांति से संतोषजनक जवाब देना चाहिए।
सचिन पायलट ने कहा कि जो काम हम कर सकते थे, वो करने चाहिए थे। जो काम नहीं कर सकते, उनके बारे में बात सुनकर समझाने की कोशिश भी करनी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र सरकार को मसले को हल करना चाहिए था, लेकिन वहां से भी हल नहीं होता दिख रहा है। सचिन पायलट ने आगे कहा कि पुलवामा शहीदों की वीरांगना पत्नियों के मामले में राजनीति हो रही है और वो इसे गलत मानते हैं। सचिन बोले कि हमें उनके लिए राह से अलग हटकर काम करना चाहिए। पायलट ने कहा कि राजनीति करने के बहुत मुद्दे हैं। माहौल बनाने की कोशिश गलत है।
इससे पहले शुक्रवार को भी सचिन पायलट ने कहा था कि किसी की बात मानना या न मानना अलग बात है, लेकिन मुझे लगता है कि पीड़ितों की बात सुनी जानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से मौजूदा सरकार प्रदर्शनकारियों की आवाज को अनसुना कर रही है, वो निंदनीय है। उन्होंने आगे कहा था कि बीजेपी और कांग्रेस इस मामले में अपना इगो सामने ना लाएं। पायलट ने कहा था कि सरकार को इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद कदम उठाना चाहिए और अगर कहीं कोई विसंगति आती है, तो उसे दुरुस्त करने के लिए रुपरेखा तैयार करनी चाहिए।