नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर आज कांग्रेस नेता सचिन पायलट नामांकन भरने गए, जहां उन्होंने खुद को तलाकशुदा बताया। सचिन की पत्नी का नाम सारा अब्दुल्ला पायलट है, जो कि नेंका प्रमुख व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी हैं। बता दें कि दोनों ने प्रेम विवाह किया है। दोनों एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे। क़ॉलेज के दिनों में ही दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था। इसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया। हालांकि, अलग धर्म होने की वजह से परिवार वाले इसके लिए राजी नहीं थे, लेकिन बाद में दोनों पक्षों ने रजामंदी दे दी।
इसके बाद दोनों परिणय सूत्र में बंधे थे, लेकिन अब राजस्थान चुनाव के दौरान जिस तरह से कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने खुद को तलाकशुदा बताया है, उससे उनके चाहने वालों के होश फाख्ता हो गए। कांग्रेस नेता टोंक विधानसभा सीट से नामांकन भरने के बाद दिए गए हलफनामे में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा लिखा है। अब उनके तलाक की खबर सामने आने के बाद उनके अजीजों को झटका लगा है। बता दें कि दोनों ने 2004 में प्रेम विवाह किया था।
बड़ी अपडेट : आज नामांकन में सचिन पायलट ने बताया कि उनका तलाक हो चुका है। pic.twitter.com/jHDien5EYy
— Santosh kumar Pandey (@PandeyKumar313) October 31, 2023
ध्यान दें, 2014 में भी सचिन पायलट और सारा पायलट के अलग होने की खबरें सामने आईं थीं, लेकिन उस वक्त इन्हें महज अफ़वाह बताकर सिरे से खारिज कर दिया गया था।
Sachin Pilot has admitted that he has divorced Sara Abdullah, daughter of Farooq Abdulla.For years there was a buzz that two were not getting along, in the nomination papers filed today,Pilot has given his martial status as divorced.@NewIndianXpress @santwana99 @Shahid_Faridi_ pic.twitter.com/twT900oLSe
— Rajesh Asnani (@asnaniraajesh) October 31, 2023
वहीं, अब राजस्थान विधानसभा चुनाव के बीच दोनों के बीच तलाक होने का खुलासा हलफनामा से हुआ है। हालांकि, अभी तक इस विषय पर पायलट परिजन ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
राजस्थान का सियासी माहौल
बता दें कि आगामी 25 नवंबर को राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, नतीजों की घोषणा 3 दिसंबर को होगी। उधर, चुनाव से पहले सभी दलों के नेता एक्शन मोड में आ चुके हैं। पार्टी की ओर से स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी की जा चुकी है। कुछ दिनों बाद सभी चुनावी सूबे में पार्टी के पक्ष में सियासी माहौल बनाते हुए नजर आएंगे। बहरहाल, यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी दिनों में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है।