नई दिल्ली। बुधवार को लोकसभा में सागर और मनोरंजन नाम के युवकों ने दर्शक दीर्घा से कूदकर हंगामा खड़ा कर दिया। कार्यवाही के दौरान, निष्कासित बसपा सांसद दानिश अली ने सदन को बताया कि इस तरह का व्यवहार करने वाले युवक ने कर्नाटक के मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर विजिटर पास प्राप्त किए थे। गौर करने वाली बात ये है कि इस पूरे मामले के बाद सुरक्षाकर्मियों ने सदन में अव्यवस्था फैलाने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
पूर्व बसपा सांसद दानिश अली ने दावा किया कि जिन लोगों ने सदन के अंदर अशांति फैलाई और हंगामा काटा उन्होंने दरअसल, कर्नाटक के मैसूर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर विजिटर पास प्राप्त किए थे। सिम्हा , जो मैसूर से भाजपा सांसद के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं, अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं। 2015 में, उन्होंने टीपू सुल्तान जयंती समारोह के दौरान कर्नाटक सरकार की खुलेआम आलोचना की और आरोप लगाया कि सरकार राज्य में जिहादियों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके चलते बीजेपी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
लोकसभा में हुई घटना के बाद प्रताप सिम्हा ने अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। सिम्हा का दावा है कि उन्हें विजिटर पास हासिल करने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करने वाले युवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पत्रकार से राजनेता बनने वाले प्रताप सिम्हा का विवादों से एक लंबा रिश्ता रहा है। पिछले साल उन्होंने मैसूर-उत्तर प्रदेश रोड पर एक बस स्टॉप को तोड़ने की चेतावनी जारी की थी। सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर बस स्टॉप देखा था जो एक मस्जिद के गुंबद जैसा था। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे इसे तीन से चार दिनों के भीतर ध्वस्त कर दें, अन्यथा वह खुद कार्रवाई करेंगे।
#BREAKING: Major security breach inside Indian Parliament. Two men jump from Visitor’s Gallery inside the Lok Sabha Chamber. Caught by MPs and Parliament Security. Men were seen throwing a canister with coloured spray/gas. Major breach on Parliament Attack anniversary. pic.twitter.com/2Xa1gNw4F4
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) December 13, 2023
बुधवार को एक अलग घटना में, संसद मार्ग पुलिस ने संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए एक पुरुष और एक महिला को हिरासत में लिया। वे कथित तौर पर एक कैन से पीला धुआं छोड़ने रहे थे। इसके साथ ही, विजिटर पास वाले दो अन्य युवकों ने लोकसभा के अंदर हंगामा मचाया। घटना के कारण संसदीय कार्यवाही दोपहर दो बजे तक बाधित रही। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों नीलम (42) और अमोल शिंदे (25) को भवन के सामने हिरासत में रखा गया है और आगे की जांच की जा रही है। घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गौरतलब है कि आज ही के दिन 2001 में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों से जुड़े आतंकवादियों ने संसद भवन परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी।