नई दिल्ली। राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर देशभर के राम भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी राम भक्तों को उस पल का इंतजार है, जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होगा। उद्घाटन से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आम से लेकर खास लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत न्योता भेजा जा चुका है, लेकिन कुछ लोग अपने सियासी फायदे के लिए इस न्योते को ठुकरा भी चुके हैं, जिसमें देश की सर्वाधिक पुरानी पार्टी कांग्रेस का नाम भी शामिल है।
कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा कि राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम विशुद्ध रूप से एक धार्मिक कार्यक्रम होना चाहिए, लेकिन बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इसे एक राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील कर दिया, जिसकी वजह से कांग्रेस ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल ना होने का फैसला किया है, जिस पर बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अब इस बात को नहीं पचा पा रही है कि आखिर कैसे देश में राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है। यहां तक की हमारे देश का अल्पसंख्यक समुदाय भी मंदिर के बनने से खुश है, लेकिन ना जाने क्यों कुछ लोगों को मिर्ची लग रही है, जिसे ध्यान में रखते हुए वो इतना हो-हल्ला मचा रहे हैं। वहीं, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का भी बयान कांग्रेस के उक्त रूख पर सामने आया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?
Watch Sanjay Raut Shiv Sena MP (UBT) take a jibe at Narendra Modi.
“The inauguration of these projects was pending for a long time. But PM doesn’t get time (to inaugurate projects) till elections are near. It is a big project so PM is going to inaugurate it.
We asked several… pic.twitter.com/VWxFRWfBTU
— Ravinder Kapur. (@RavinderKapur2) January 12, 2024
संजय राउत ने कहा कि हमने अयोध्या वाले राम मंदिर जाने का प्लान कैंसिल कर दिया है, लेकिन अब हम लोग मणिपुर वाले राम मंदिर जाएंगे, जहां पिछले कई महीनों से हिंसा तांडव मचा रही है, लेकिन मौजूदा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे मणिपुर वाले राम मंदिर जाएंगे, लेकिन यहां मैं यह सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर स्थित राम मंदिर जाकर माथे टेकेंगे?
इस बीच उन्होंने शंकराचार्य का जिक्र करते हुए कहा कि लगता है कि पीएम मोदी इस देश के सबसे बड़े शंकराचार्य हो गए हैं। इस दौरान राउत ने पीएम मोदी के नासिक वाले कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना पर भी सवाल उठाया, तो इस तरह से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासी उबाल जारी है। सभी सियासी दलों के नुमाइंदे अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।