देश
Sanjay Raut: संभाजीनकर बवाल को लेकर संजय राउत ने साधा महाराष्ट्र सरकार पर निशाना, कहा- राज्य में हो रही बड़ी साजिश
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह सबकुछ सरकार की शह पर किया जा रहा है, ताकि विपक्षियों के बीच खौफ पैदा हो। राउत ने कहा कि आगामी 2 अप्रैल को संभाजीनगर में महाविकास अघाड़ी सरकार का महाधिवेशन होना है और उससे पहले ही सुनियोजित तरीके से जिस तरह से शरारती तत्वों ने अपने नापाक इरादों को जमीन पर उतारा है ।
नई दिल्ली। रामनवमी के मौके पर शरारती तत्वों द्वारा व्यापक स्तर पर हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया गया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था को धता बताते हुए भी ये शरारती तत्व अपने नापाक मंसूबों को धरातल पर उतारने में सफल रहे। बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक रामनवमी के मौके पर दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया। आलम कुछ ऐसा रहा कि चहुंओर रामनवमी के मौके पर आग की बयार बही। जिसकी चपेट में आकर सार्वजनिक से लेकर निजी संपत्तियों को नुकसान हुआ। महाराष्ट्र के संभाजीनगर में भी व्यापक स्तर पर हिंसा देखने को मिली। बंगाल के हावड़ा में शोभायात्रा पर पथराव किया गया। हालांकि, पुलिस की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे, लेकिन शरारती तत्वों के लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। वहीं, अब इस पर शिवसेना नेता संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
आपको बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह सबकुछ सरकार की शह पर किया जा रहा है, ताकि विपक्षियों के बीच खौफ पैदा हो। राउत ने कहा कि आगामी 2 अप्रैल को संभाजीनगर में महाविकास अघाड़ी सरकार का महाधिवेशन होना है और उससे पहले ही सुनियोजित तरीके से जिस तरह से शरारती तत्वों ने अपने नापाक इरादों को जमीन पर उतारा है, उससे स्पष्ट होता है कि यह लोग विपक्षियों के बीच खौफ पैदा करना चाह रहे हैं, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह लोग अपनी साजिश में कामयाब नहीं हो पाएंगे। महाराष्ट्र में यह हिंसात्मक गतिविधियां सरकार की शह पर की गई हैं। मैं यह पूछना चाहता हूं कि आखिर सरकार क्या कर रही है? केंद्रीय गृह मंत्रालय क्या कर रहा है? सरकार की अन्य जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं?
इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। यह सबकुछ सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इससे विपक्षी दल भयभीत नहीं होंगे। राउत ने आगे कहा कि इन लोगों के पास दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है। इन लोगों को विकास की दिशा में कोई काम नहीं किया है, इसलिए अब लोगों को ध्यान भटकाने के लिए हिंदू मुसलमान कर रहे हैं, लेकिन इससे कुछ होने वाला नहीं है। उधर, इस पूरे मसले को लेकर राजनीति भी तेज हो चुकी है। अब ऐसे में सरकार इस पूरे मसले पर आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।