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CM Yogi: ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं, ये बात नहीं समझ सकते शहजादे..’, सीएम योगी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना, जानिए क्या कहा?

CM Yogi: सदन में सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक के बीच राहुल गांधी ने दोहराया, “जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे हिंसा की बात करते हैं। आप हिंदू नहीं हैं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना उचित नहीं है।

नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को एक भाषण के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर देश भर में हिंसा, घृणा और भय फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया, “ये लोग हिंदू नहीं हैं क्योंकि ये चौबीसों घंटे हिंसा की बात करते हैं।” इस बयान पर सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर एक पोस्ट के साथ राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हिंदू धर्म भारत की आत्मा है। हिंदू धर्म सहिष्णुता, उदारता और कृतज्ञता का पर्याय है। हमें हिंदू होने पर गर्व है! मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में डूबे एक समूह के ‘शहजादे’, जो खुद को ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ कहते हैं, यह कैसे समझ सकते हैं? राहुल जी, आपको दुनिया भर के लाखों हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए! आज आपने न केवल एक समुदाय को बल्कि भारत माता की आत्मा को ठेस पहुंचाई है।”


सदन में सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक के बीच राहुल गांधी ने दोहराया, “जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे हिंसा की बात करते हैं। आप हिंदू नहीं हैं।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना उचित नहीं है। राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संसद में उनके भाषण पर टिप्पणी की, “आप हिंदुओं का अपमान नहीं कर सकते। उन्होंने साफ-साफ बात कही; उन्होंने भाजपा के बारे में, भाजपा नेताओं के बारे में बात की।”


आपको बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने सदन में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी 10 वर्षों से ‘भय का राज’ चला रहे हैं! सभी एजेंसियों, संस्थाओं और मीडिया पर कब्ज़ा कर समाज के हर वर्ग में भाजपा ने सिर्फ डर फैलाने का काम किया है। – किसानों को काले कानूनों का डर – स्टूडेंट्स को पेपर लीक का डर – युवाओं को बेरोज़गारी का डर – छोटे व्यापारियों को गलत GST, नोटबंदी और छापों का डर – देशभक्तों को अग्निवीर जैसी योजनाओं का डर – मणिपुर के लोगों को सिविल वॉर का डर इसीलिये देश की जनता ने ‘डर के पैकेज’ के खिलाफ जनादेश देकर भाजपा से बहुमत छीन लिया है। डरना-डराना, भय फैलाना भारत की आत्मा के खिलाफ है। हमारे सभी धर्म भी यही सिखाते हैं – डरो मत, डराओ मत। विपक्ष के नेता के रूप में मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं अपनी निजी आकांक्षाओं और विचारों से पहले INDIA की संयुक्त आवाज़ को सदन के समक्ष रखूं। और सरकार से हमारी यही अपेक्षा है कि वह विपक्ष को दुश्मन नहीं, सहयोगी मान कर देश हित में सबको साथ लेकर काम करे।”