newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

मोदी सरकार के इस काम से खुश है देश की सर्वोच्च अदालत

ईरान में फंसे 1000 तीर्थयात्रियों के जत्थे में से 750 व्यक्तियों को वापस लाया जा चुका है। केंद्र ने कहा कि फिलहाल कौम में 250 तीर्थयात्री हैं, जो या तो कोरानावायरस से ग्रसित हैं या उन व्यक्तियों के रिश्तेदार हैं, जिन्होंने स्वेच्छा से कोम वापस लौटने का फैसला किया है।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है, लेकिन संकट की इस घड़ी में विदेश में फंसे भारतीयों की चिंता मोदी सरकार ने की थी और कई देशों से लोगों को सुरक्षित निकाला था। केंद्र सरकार के इस कदम की तारीफ देश की सर्वोच्च अदालत ने की है। सुप्रीम कोर्ट ने कोरोनावायरस प्रकोप के बीच ईरान के कौम शहर में फंसे भारतीय शिया मुस्लिम समुदाय के लोगों को देश वापस लाने और वहां बाकी बचे लोगों के लिए केंद्र की ओर से हो रही व्यवस्था पर संतोष जताया है।

supreme court

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ईरान में फंसे एक हजार भारतीयों में से 750 लोगों को भारत सरकार वापस अपने देश ला चुकी है, जिनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है और ईरान में बचे बाकी 250 भारतीयों की सुरक्षा के लिए भारतीय दूतावास पूरी जिम्मेदारी से काम कर रहा है।

न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एमआर शाह की पीठ ने सरकार के कदमों की सराहना की। केंद्र ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि उसने पहले ही 1,142 भारतीयों की वापसी सुनिश्चित की है। इसमें 787 तीर्थयात्री, 219 छात्र और 136 अन्य लोग शामिल हैं। ईरान में सार्वजनिक स्वास्थ्य कारणों से लगाए गए प्रतिबंधों के बाद लोगों को लाने की काम आसान नहीं था, मगर इसके बावजूद भारतीय नागरिकों को वापस देश लाया गया।

Iran

ईरान में फंसे 1000 तीर्थयात्रियों के जत्थे में से 750 व्यक्तियों को वापस लाया जा चुका है। केंद्र ने कहा कि फिलहाल कौम में 250 तीर्थयात्री हैं, जो या तो कोरानावायरस से ग्रसित हैं या उन व्यक्तियों के रिश्तेदार हैं, जिन्होंने स्वेच्छा से कोम वापस लौटने का फैसला किया है।

पीठ ने कहा कि यह आश्वासन दिया गया है कि जब तक तीर्थयात्री कोम में रहेंगे, भारतीय दूतावास द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे कि उन्हें उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए आवश्यक सहायता मिले।

Iran Jodhpur Isolation

बता दें कि ईरान का कोम शहर दुनिया भर के शिया मुसलमानों को पवित्र स्थल है। कोरोना वायरस का केंद्र बनने के चलते इस शहर में भी भारत ने 27 फरवरी से ईरान से सीधे आने वाली उड़ानो पर रोक लगा दी थी। इस कारण 1000 से ज्यादा शिया मुस्लिम तीर्थ यात्री वहीं फंस गए थे, जिनमें कुछ को वहां से निकाल लिया गया, मगर कुछ लोगों की वापसी बाकी है।