नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन को बढ़ाया गया है इस फैसले का स्वागत शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी किया है। एससीएआई ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार केरल राज्य सरकार के कार्यों से ध्यान हटाएगी और शॉपिंग सेंटर को 20 अप्रैल के बाद खोलने की अनुमति देगी।
हालांकि शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी एससीएआई ने उम्मीद जताई है कि सरकार इस उद्योग को समर्थन देगी साथ ही 12 मिलियन लोगों के आजीविका की सुरक्षा के लिए विचार भी करेगी। क्योंकि इससे संगठित खुदरा का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
इस बारे में एससीएआई के अध्यक्ष अमिताभ तनेजा का कहना है, ”हमें उम्मीद है कि लॉकडाउन से बाहर निकलने की विकेंद्रीकृत रणनीति हॉटस्पॉट मुक्त क्षेत्रों या उन क्षेत्रों से शुरू होने वाले शॉपिंग सेंटरों को फिर से खोलने की दिशा में निर्देश देगी जहां महामारी को फैलने से रोका गया, ताकि इन आजीविकाओं के भाग्य की रक्षा की जा सके। इस विचार का समर्थन करने के लिए हमने यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है कि देश भर में प्रत्येक शॉपिंग सेंटर सभी के लिए सबसे सुरक्षित जगह है।”
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी अपना योगदान दिया है। इस मुश्किल समय में शॉपिंग सेंटरों की मदद में एससीएआई कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
एससीएआई द्वारा योगदान
–नियंत्रित प्रवेश और निकास
–सभी आने वालों कर्मचारियों की कॉन्टेक्टलेस इंफ्रारेड गन से स्क्रीनिंग
–ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए मास्क बनाना
–ग्राहकों की संख्या पर सीमा
–दुकानों / फूड कोर्ट्स के अंदर ग्राहकों की सोशल डिस्टेंसिंग
–मॉल और दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या पर नियंत्रण
–सैनिटाइजेशन
–संदिग्ध मामलों को तत्काल अलग करने के लिए इमरजेंसी रूम
–एयर क्वालिटी की नियमित जांच।
–दुकानों के खुलने-बंद होने के समय पर पैनी नजर
–कोई इवेंट नहीं, ओपेन स्पेस में कोई बिक्री नहीं और ना ही कोई लाइव परफार्मेंस
एससीएआई के अध्यक्ष अमिताभ तनेजा ने बताया, “लॉकडाउन लागू होने से पहले ही देश भर के शॉपिंग सेंटरों ने कोविड-19 से लड़ने के लिए कई ठोस कदम उठाए। इनमें आवश्यक सावधानियों पर स्टाफ ब्रीफिंग और प्रशिक्षण शामिल थे। मॉल में प्रवेश करने वाले ग्राहकों की सामाजिक दूरी और कतार, नियमित रूप से सफाई और ग्राहक स्पर्श बिंदुओं की सफाई, इन्फ्रारेड थर्मामीटर का उपयोग कर स्क्रीनिंग स्टाफ, मॉल के अंदर विभिन्न स्थानों पर सैनिटाइजर और एलीवेटर्स और एस्केलेटर की व्यवस्था की गई।”
आपको बता दें कि लॉकडाउन ने भारत में संगठित खुदरा क्षेत्र में भारी तनाव दिया है। इसके अलावा कुल राजस्व का 85 प्रतिषत हिस्सा किराये से माना जाता है। लेकिन सम्पूर्ण लॉकडाउन होने से सेंटरों को बंद कर दिया गया, जिसके कारण राजस्व शून्य हो गया है। एससीएआई एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारत में शॉपिंग सेंटर मॉल के विकास प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित किया गया है।