Coronavirus: कोरोना को लेकर वैज्ञानिकों का दावा, मिल गई रामबाण दवा जो वायरस को 24 घंटे में देगी मात
Coronavirus: अब इस कोरोनावायरस (Coronavirus) के इलाज को लेकर वैज्ञानिक एक ऐसी दवा का दावा कर रहे हैं जिससे कोरोना का 24 घंटे में इलाज किया जा सकेगा। मतलब इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना के मरीज 24 घंटे में स्वस्थ हो जाएंगे।
नई दिल्ली। कोरोनावायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है। इस वायरस को लेकर प्रारंभ से ही वैज्ञानिकों को कोई खास जानकारी नहीं थी ऐसे में इस वायरस ने महामारी का रूप ले लिया और पूरी दुनिया में इसने कहर मचा दिया। पूरी दुनिा इस वायरस की वजह से थम से गई थी। सौ साल में पहली बार ऐसा हुआ कि पूरी दुनिया की सड़कें, गलियां और बाजार सुनसान पड़ गए थे। धीरे-धीरे अब हलचल वापस आ रही है तो यह वायरस तब तक अपना कहर इतना बरपा चुका है कि अभी भी दुनिया इससे खौफजदा है। ऐसे में इसको लेकर वैक्सीन भी धीर-धीरे आनी शुरू हो गई है। वहीं कई वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है मतलब ये वैक्सीन भी जल्द दुनिया को मिलनेवाले हैं। इस सब के बीच कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए कई तरह की दवाईयों को लेकर दावा किया गया। कोरोना के प्रसार के साथ ही दुनिया भर में कई दवाओं को लेकर यह दावा किया गया कि इसके इस्तेमाल से कोरोना के मरीजों को ठीक किया जा सकता है लेकिन अभी तक किसी दवा को लेकर ऐसा दावा नहीं किया गया कि इससे कोरोना के मरीज 100 प्रतिशत ठीक हो जाएंगे। ऐसे में लगातार बताया जा रहा है कि ऐहतियात ही इस वायरस से बचाव का सबसे अच्छा इलाज है।
लेकिन अब इस कोरोनावायरस के इलाज को लेकर वैज्ञानिक एक ऐसी दवा का दावा कर रहे हैं जिससे कोरोना का 24 घंटे में इलाज किया जा सकेगा। मतलब इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना के मरीज 24 घंटे में स्वस्थ हो जाएंगे। अब आप यह मान सकते हैं कि कोरोना के मरीजों को लेकर वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने ऐसी दवा खोज निकाली है जो सिर्फ 24 घंटों में कोरोना का इलाज कर सकती है। वैज्ञानिकों का दावा है कि कोरोनावायरस को यह एंटी वायरल ड्रग पूरी तरह से खत्म कर सकती है। आपको बता दें कि कोरोना के इलाज का दावा जिस ड्रग के जरिए किया जा रहा है उसका नाम MK-4482/EIDD-2801 है जिसे आसान भाषा में मोल्नूपीराविर (Molnupiravir) कहा जाता है।
जर्नल ऑफ नेचर माइक्रोबायलॉजी में छपी एक स्टडी की मानें तो इस मोल्नूपीराविर से कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के संक्रमण को तो ठीक किया ही जाएगा साथ ही मरीजों को पोस्ट कोविड जो समस्याएं आनेवाली हैं उससे भी बचाया जा सकेगा। इस स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना के इलाज के लिए पहली बार है जब मुंह से खाने वाली दवाई का प्रदर्शन किया जा रहा है। ऐसे में मोल्नूपीराविर कोरोना के इलाज में गेम चेंजर साबित हो सकती है।
स्टडी में यह दावा स्पष्ट तौर पर किया गया है कि किसी भी हालत में इस दवा का इस्तेमाल करनेवाले कोरोना संक्रमित इसका संक्रमण दूसरों में नहीं फैला सकेंगे वहीं इसके सेवन से कोरोना संक्रमित लोग 24 घंटे में संक्रमण मुक्त हो जाएंगे।