
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को एक बार फिर से आतंकवाद के मसले पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन को आईना दिखाया है। पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन से पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है और जमकर धुलाई भी की है। खास बात है कि जब पीएम मोदी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ भी वर्चुअली इस सम्मेलन में जुड़े हुए थे। पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो। किसी भी अभिव्यक्ति में हो। हमें इसके विरुद्ध लड़ाई करनी होगी।
#WATCH कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के इंस्ट्रूमेंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं, SCO को एैसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने के लिए हमें आपसी सहयोग बढ़ाना… pic.twitter.com/NXieCeRpNf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2023
आगे पीएम ने बिना नाम लिया पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के इंस्ट्रूमेंट के रूप में इस्तेमाल करते हैं, आतंकवादियों को पनाह देते है। SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने के लिए हमें आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए।
हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं?
क्या हम आधुनिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं?
क्या SCO एक ऐसा संगठन बन रहा है जो भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार हो?
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/pscp7BeYba
— BJP (@BJP4India) July 4, 2023
बता दें कि SCO बैठक में चीन के राष्ट्रपित शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा, अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताए और अपेक्षाएं SCO के अधिकांश देशों के समान हैं। हमें अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए। अफगान नागरिकों को मानवीय सहायता, एक समावेशी सरकार का गठन, आतंकवाद और ड्रग तस्करी के विरुद्ध लड़ाई तथा महिलाओं-बच्चों व अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करना हमारी साझा प्राथमिकता है। भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं
#WATCH अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताए और अपेक्षाएं SCO के अधिकांश देशों के समान हैं। हमें अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए। अफगान नागरिकों को मानवीय सहायता, एक समावेशी सरकार का गठन, आतंकवाद और ड्रग तस्करी के विरुद्ध लड़ाई तथा महिलाओं-बच्चों व… pic.twitter.com/T92wfLdDEm
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