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AIMIM: ओवैसी की पार्टी के प्रवक्ता के बिगड़े बोल, शिवलिंग के बारे में की ऐसी टिप्पणी कि पहुंच गया सलाखों के पीछे

दरअसल, दनिश ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर हिंदू संगठनों ने अपने आक्रोश को व्यक्त किया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और अब पुलिस ने ओवैसी की पार्टी के नेता दानिश को गिरफ्तार कर लिया है। अहमदाबाद साइबर टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर शुरू हुआ विवाद का सिलसिला अभी कितना लंब चलेगा। यह कह पाना फिलहाल मुश्किल है। मसला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन उससे पहले इस मसले के सहारे जमकर राजनीति होती हुई दिख रही है। सभी अपने-अपने तरीके से राजनीति करते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इस मसले पर बयानबाजी की आड़ में अपनी बेहूदगी दिखाने पर आमादा हो गए हैं। इसी कड़ी में शिवलिंग मसले पर एआईएमआईएम के नेता दानिश कुरैशी ने विवादित टिप्पणी की है, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।

दरअसल, दनिश ने ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर हिंदू संगठनों ने अपने आक्रोश को व्यक्त किया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और अब पुलिस ने ओवैसी की पार्टी के नेता दानिश को गिरफ्तार कर लिया है। अहमदाबाद साइबर टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है। बता दें कि जयदीप सिंह वघेला ने दानिश के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। दानिश के खिलाफ अखिलेश दास जी ने भी शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

वहीं, हिंदू युवा वाहिनी ने दानिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि आगामी दिनों में कोई  भी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। दरअसल, ओवैसी के पार्टी के नेता दानिश ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग के संदर्भ में टिप्पणी कर कहा था कि, एक सवाल मन में है, किसी की आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं, पर मेरी खुद की जानकारी में इजाफा हो इसलिए पूछ रहा हूं, जो बोले हैं, शिवलिंग मिल गया है, तो बताओ कि किसी पुरुष या महापुरुष का घाट ऐसा होता है। बता दें कि उक्त कथन के वायरल होने के बाद हिंदू समुदाय के लोगों आपत्ति व्यक्त की और दनिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

आपको बताते चलें कि बीते तीन दिनों के सर्वे के उपरांत मस्जिद में कई ऐसे साक्ष्य संग्रहित किए गए हैं, जिसमें हिंदू पक्ष के दावे प्रबल होते जा रहे हैं। वैसे तो तीन दिनों के सर्वे के दौरान हिंदुओं के दावे को प्रबल करने की दिशा में कई साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। लेकिन सर्वे के अंतिम और तीसरे दिन मस्जिद से शिवलिंग प्राप्त हुआ था। जिसके बाद से वहां मंदिर होने की पुष्टि की जा रही है, लेकिन मुस्लिम पक्ष की ओर से लगातार यह दावा किया जा रहा है कि वह शिवलिंग नहीं, बल्कि फव्वारा है। अब यह फव्वारा है या शिवलिंग। यह तो सर्वे रिपोर्ट दाखिल होने के बाद कोर्ट ही तय करेगा। सर्वे रिपोर्ट कल ही दाखिल होनी थी, लेकिन  कोर्ट कमिश्नर विशाल ने समय के अभाव में रिपोर्ट पूरी नहीं होने की बात कही थी। लिहाजा उन्होंने कोर्ट से कुछ समय अतिरिक्त देने की मांग की थी। अब दो दिनों के उपरांत वे कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करेंगे। जिसके बाद यह देखना होगा कि कोर्ट की तरफ से क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम