
अयोध्या। रामनवमी के अवसर पर देशभर में भक्तों ने भगवान राम की पूजा अर्चना की। रामनवमी के अवसर पर सबसे बड़ा कार्यक्रम यूपी के अयोध्या में हुआ। यहां राम मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ था। राम मंदिर के पुजारी सुबह से ही भगवान रामलला के प्रकटोत्सव दिवस के लिए तैयारियां कर रहे थे। सबको इंतजार था दोपहर के 12 बजने का। दोपहर 12 बजते ही राम मंदिर में प्रतिष्ठित भगवान रामलला के प्रकटोत्सव का कार्यक्रम शुरू हुआ। पुजारियों ने भगवान रामलला का अभिषेक किया। यहां मौजूद भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। अभिषेक के साथ ही राम मंदिर में भगवान रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणों ने तिलक कर दिया। देखिए वो अद्भुत छटा!
#WATCH | ‘Surya Tilak’ illuminates Ram Lalla’s forehead at the Ram Janmabhoomi Temple in Ayodhya, on the occasion of Ram Navami
‘Surya Tilak’ occurs exactly at 12 noon on Ram Navami when a beam of sunlight is precisely directed onto the forehead of the idol of Ram Lalla, forming… pic.twitter.com/gtI3Pbe2g1
— ANI (@ANI) April 6, 2025
राम मंदिर के बनने के साथ ही यहां स्थापित भगवान रामलला की प्रतिमा के सूर्य तिलक की व्यवस्था की गई थी। पिछली बार राम नवमी के मौके पर पहली बार भगवान रामलला का सूर्य तिलक हुआ था। भगवान रामलला के ललाट तक सूर्य की किरणों को पहुंचाने के लिए मंदिर में वैज्ञानिकों ने पेरिस्कोप लगाया है। इस पेरिस्कोप में 2 लेंस और 2 आईने लगाए गए हैं। पेरिस्कोप के जरिए रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजते ही सूर्य की सीधी किरणें भगवान रामलला के ललाट पर तिलक करती हैं। अगले कुछ साल तक इसी तरह राम नवमी के पर्व पर अयोध्या के राम मंदिर में भगवान की प्रतिमा का सूर्य तिलक होता रहेगा।
अयोध्या में भगवान राम का मंदिर भी बनकर तैयार होने को है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक इस साल के अंत यानी दिसंबर तक भगवान रामलला का मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। राम मंदिर के परिसर में भगवान राम के जीवन से जुड़े अन्य मनीषियों के मंदिर भी तैयार किए गए हैं। इन मंदिरों में प्रतिमाओं की स्थापना जोरों से चल रही है। राम मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार बनाया जा रहा है। अयोध्या के राम मंदिर में 3 मंजिलों की व्यवस्था है। राम मंदिर बनने के बाद यहां लगातार भक्त आ रहे हैं। हर रोज हजारों की संख्या में भक्त भगवान रामलला के दर्शन कर खुद को धन्य मानते हैं।