
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के पाकिस्तान को लेकर दिए बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मदनी ने घोर आपत्तिजनक बयान दिया है और मैं इसकी निंदा करता हूं। शाहनवाज बोले, पाकिस्तान हमारा खून बहाए और हम उनका पानी भी बंद ना करें? मदनी कह रहे हैं कि पाकिस्तान से युद्ध नहीं होना चाहिए, उनका पानी नहीं रोकना चाहिए, पाकिस्तान को जवाब नहीं देना चाहिए यह कैसी सलाह है? जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा दिए गए बयान से मुस्लिम समुदाय में भी गुस्सा है। बीजेपी नेता ने कहा कि मदनी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
#WATCH | Delhi: On the statement made by President of Jamiat Ulama-i-Hind, Arshad Madani, BJP national spokesperson Syed Shahnawaz Hussain says, ” I condemn this statement. This is a very objectionable statement. Pakistan can conduct a blood bath and we can’t even stop their… https://t.co/AmBTahEqiE pic.twitter.com/KdBRpcVWXz
— ANI (@ANI) May 5, 2025
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इस तरह का बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है आखिर मदनी क्या संदेश देना चाहते हैं? पहलगाम आतंकी हमले के बाद हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई सभी लोगों में गुस्सा है और सभी पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीजेपी नेता ने दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को जवाब जरूर दिया जाएगा, करारा जवाब मिलेगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने कहा था कि अगर कोई पानी रोकता है तो रोकने दो, ये नदियां हजारों सालों से बह रही हैं, आप उनका पानी कहां ले जाएंगे? यह आसान नहीं है।
#WATCH | Delhi | On the government putting the Indus Waters Treaty at abeyance, President of Jamiat Ulama-i-Hind, Arshad Madani says, “If someone stops water, let them stop it… These rivers have been flowing for thousands of years, where will you take their water? It’s not… pic.twitter.com/6pgBv4FzDr
— ANI (@ANI) May 4, 2025
मदनी ने यह भी कहा था कि प्यार और मोहब्बत की हुकूमत होनी चाहिए। नफरत की हुकूमत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जिस चीज को मुल्क में बढ़ावा दिया जा रहा है वो मुल्क के लिए खतरनाक है। अगर मुल्क में नफरत की सियासत का दरवाजा खुला रहा तो ऐसा भी दिन आएगा कि हिंदू और मुसलमान दोनों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। मुल्क तो प्यार और मोहब्बत से जिंदा रहता है।