newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Shivraj Singh Chouhan: CM की कुर्सी छोड़ने के बाद शिवराज सिंह चौहान हुए भावुक, कहा- मेरे मन में तो…

Shivraj Singh Chouhan: सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई कि आखिर शिवराज सिंह चौहान का अब अगला कदम क्या होगा? मीडिया ने भी उनसे इस बारे में सवाल किए, तो शिवराज ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि अपने लिए मांगने से अच्छा मैं मरना पसंद करूंगा और मैं वो काम नहीं करता हूं।

नई दिल्ली। तमाम कयासों को ध्वस्त करते हुए बीजेपी ने मोहन यादव के नाम का ऐलान जब मुख्यमंत्री पद के लिए किया, तो सभी के होश फाख्ता हो गए थे। किसी ने भी नहीं सोचा था कि आखिर फोटो सेशन के आखिरी पंक्ति में बैठे नेता को बीजेपी मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपेगी। दूर-दूर तक भी मोहन यादव के नाम को लेकर चर्चा नहीं थी। चर्चा में तो बड़े दिग्गजों का नाम शुमार था। जिसमें नरेंद्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई बड़े क्षत्रप शुमार थे, लेकिन जब पार्टी ने बिना कोई भूमिका रचाए मोहन यादव के नाम पर सहमति की मुहर लगाई, तो सूबे की सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार हो गया। लोगों के जेहन में यह सवाल उठने लगे कि क्या पार्टी ने उस चेहरे को दरकिनार कर दिया, जिसके दम पर यह पूरा चुनाव लड़ा गया था?

जी हां…हम बात कर रहे हैं शिवराज सिंह चौहान की। चर्चा थी कि पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री बना सकती है, लेकिन जैसे ही मोहन यादव के नाम का ऐलान हुआ, तो मामा से जुड़ी सभी चर्चाएं खुद ब खुद ध्वस्त हो गईं। आपको बता दें कि विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने भी मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा था, चूंकि पार्टी ने उन्हें प्रस्तावक भी बनाया था। मोहन यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें बधाई दी।

वहीं, सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई कि आखिर शिवराज सिंह चौहान का अब अगला कदम क्या होगा? मीडिया ने भी उनसे इस बारे में सवाल किए, तो शिवराज ने स्पष्ट कर दिया कि अपने लिए मांगने से अच्छा मैं मरना पसंद करूंगा और मैं वो काम नहीं करता हूं। लिहाजा मैं अब दिल्ली नहीं जाऊंगा। पार्टी जो भी काम मुझे देगी, उसे मैं अनवरत करता रहूंगा। पार्टी जो भी जिम्मेदारी मुझे सौंपेगी, उसे मैं जरूर निभाऊंगा।

शिवराज ने आगे कहा कि मैं नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को बधाई देता हूं। इसके अलावा मैं हमारे वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को भी बधाई देता हूं, जिन्हें पार्टी ने विधानसभा का अध्यक्ष बनाया है। मुझे पूरा विश्वास है कि मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में चहुंओर विकास की बयार बहेगी। शिवराज ने आगे कहा कि मेरे मन में संतोष का भाव है। मेरे मन में किसी के प्रति कोई शिकायत नहीं है। 2003 में उमा भारती के नेतृत्व में पार्टी ने बंपर जीत हासिल की थी। इसके अलावा 2008 में भी हमने सरकार बनाई थी। इसके बाद 2013 और 2018 में भी बहुमत से हमारी सरकार बनी थी।

वहीं, शिवराज ने भावुक होते हुए कहा कि आज जब मैं विदाई ले रहा हूं, तो मुझे इस बात का संतोष है कि पार्टी 2023 में जीत दर्ज कर सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि आज से कुछ वर्ष पहले जब हमें मध्य प्रदेश राज्य मिला था, तो उस वक्त यह बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज यहां चौतरफा विकास की बयार बह रही है। इसके अलावा मुझे पूरा विश्वास है कि मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार प्रदेश के हित में लगातार काम करेगी।