नई दिल्ली। AIADMK ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए से नाता तोड़ लिया है। अब यह पार्टी तीसरे मोर्चे में शामिल हो सकती है। बता दें कि हिंदुस्तान की राजनीति में दो तरह के गठबंधन हैं, जिसमें से पहले कांग्रेस की अगुवाई में इंडिया गठबंधन है, जिसका संयोजक पद का अभी तक ऐलान नहीं हो पाया है । पहले यह गठबंधन यूपीए नाम से जाना जाता था। वहीं, एक दूसरा गठबंधन है, जो कि बीजेपी के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। इसका नाम एनडीए यानी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन है। एनडीए में 38 पार्टी शामिल हैं, जिसमें से अब एआईएडीएमके ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। अब यह संख्या 37 पर पहुंच चुकी है। वहीं, कुछ ऐसे भी दल हैं, जो कि इन दोनों गठबंधनों में से किसी में भी शामिल नहीं हैं। लेकिन, अब यह दल तीसरे मोर्चे को नया स्वरूप देने की कवायद शुरू कर चुके हैं, जिसमें मायावती का नाम भी शामिल है। बीते दिनों उन्होंने मीडिया के सामने इसे लेकर संकेत भी दिए थे। हालांकि, अभी तक इसका औपचारिक ऐलान नहीं हो पाया है। बता दें कि तीसरे गठबंधन में असदुद्दीन की पार्टी AIMIM और नवीन पटनायक की बीजू जनता दल, आंध्र प्रदेश की वाइएसआर कांग्रेस सहित कई अन्य दल शामिल हैं। अब देखना होगा कि आगामी दिनों में कथित तौर पर यह तीसरा मोर्चा क्या कुछ कदम उठाता है। वहीं, एआईएडीएमके की पार्टी की ओर से अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है कि वो आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाने जा रहा है।
बता दें कि आज AIADMK के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें सभी नेता शामिल हुए। जिसके बाद सभी ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि एनडीए से अब नाता तोड़ लिया जाए। इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए पार्टी के उप समन्वयक के पी मुनुसामी ने कहा, “एआईएडीएमके आज से बीजेपी और एनडीए से सभी रिश्ते तोड़ रही है। आइए, आगे जानते हैं कि आखिर AIADMK ने क्यों NDA से नाता तोड़ लिया।
इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष एम चक्रवर्ती ने कहा कि गत दिनों AIADMK का प्रतिनिधिमंडल बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने पहुंचा था। इस बीच प्रतिनिधिमंडल की ओर से तमिलनाडु बीजेपी के अध्य़क्ष अन्नामलाई को पद से हटाने की मांग की गई थी, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसके बाद एआईएडीएमके ने एनडीए से नाता तोड़ने का मन बना लिया है।