
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह मुश्किल में घिर गए हैं। महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनके खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है। एसीएमएम प्रियंका राजपूत ने आदेश पारित करते हुए आईपीसी की धारा 354ए (यौन उत्पीड़न), 354 डी (पीछा करना) और (506) 1 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप तय किए हैं।
दिल्ली पुलिस ने जून 2023 में बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। कोर्ट ने बृजभूषण के सेक्रेटरी विनोद तोमर के खिलाफ भी आरोप तय करने का आदेश दिया। बृजभूषण के खिलाफ आरोप तय करने के पर्याप्त सबूत होने की बात कोर्ट ने कही। इसी के साथ मामले की अगली सुनवाई के लिए अदालत ने 21 मई की तारीख तय की है। आपको बता दें कि इसी मामले के चलते बृजभूषण शरण सिंह का कैसरगंज लोकसभा सीट से टिकट इस बार बीजेपी ने काट दिया है। हालांकि उनकी जगह टिकट उनके बेटे करण भूषण सिंह को दिया गया है।
पिछले साल की शुरुआत में भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट के साथ कई अन्य पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ जंतर मंतर पर विरोध-प्रदर्शन करते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की थी। इसी के बाद बृजभूषण को कुश्ती महासंघ से इस्तीफा देना पड़ा था। इस मामले ने देशभर में बहुत तूल पकड़ा था। तभी से ऐसे सवाल उठने लगे थे कि क्या बृजभूषण शरण सिंह को बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट देगी? बृजभूषण शरण सिंह का कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में बहुत अच्छा खासा दबदबा माना जाता है। यही कारण है कि बीजेपी ने किसी दूसरे प्रत्याशी पर भरोसा करने के बजाए बृजभूषण के बेटे को टिकट दिया।