
नई दिल्ली। अयोध्या के श्रीराम मंदिर के प्रथम तल पर राजा राम के भव्य दरबार प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आज संपन्न हो गया। राम दरबार के साथ परकोटे के कुल 8 मंदिरों में गणेश भगवान, शंकर भगवान, मां भगवती, हनुमान जी, सूर्य भगवान, अन्नपूर्णा माता और शेषावतार की मूर्तियों की भी प्राण प्रतिष्ठा की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरान वहां मौजूद रहे। प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान 3 जून से शुरू हो गए थे। 101 कर्मकांडी विद्वानों के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को संपन्न कराया गया। अब श्रद्धालु श्रीराम लला के साथ रामदरबार और अन्य देवी देवताओं के भी दर्शन कर सकेंगे।
दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे तु जनकात्मजा।
पुरतो मारुतिर्यस्य तं वन्दे रघुनन्दनम्॥जिसके दाहिने लक्ष्मण हैं, बाएँ जनकनंदिनी सीता हैं, और जिसके सम्मुख पवनपुत्र हनुमान हैं, मैं उन रघुकुलनंदन श्रीराम को नमस्कार करता हूँ।
On whose right stands Lakshmana, on whose left Sita ji, and… pic.twitter.com/Nbh5lnuKiY
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) June 5, 2025
राम दरबार की सभी मूर्तियों को सफेद संगमरमर पर तराश कर बनाया गया है। राजा राम, माता सीता समेत सभी भगवानों की मूर्तियां एकदम जीवंत प्रतीत होती हैं। राजा राम दरबार में भगवान श्रीराम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं। वहीं हनुमान जी और लक्ष्मण भगवान सिंहासन के आगे बैठी हुई मुद्रा में हैं। जबकि भरत और शत्रुघ्न सिंहासन के पीछे खड़ी हुई मुद्रा में हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया था यह एक बड़ा ही सुखद संयोग है कि 5 जून को ही गंगा दशहरा है और योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन भी है।
VIDEO | Ayodhya: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath (@myogiadityanath) offers prayers and Ram Temple.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/2QMyNBvNiw
— Press Trust of India (@PTI_News) June 5, 2025
चंपत राय ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वो प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मन बनाकर 5 जून को अयोध्या न आएं क्यों कि मौसम की स्थिति को देखते हुए बड़ा आयोजन संभव नहीं है। जब से अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है यहां रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अब राम दरबार और अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित होने के बाद यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में और ज्यादा बढ़ोत्तरी होनी निश्चित है। अयोध्या एक नई धार्मिक पर्यटन नगरी के तौर पर उभरी है।