नई दिल्ली। विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरी बैठक अब 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है। इससे पहल विपक्षी दलों के गठबंधन के नेता पहले पटना और फिर बेंगलुरु में मिल चुके हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन की मुंबई में होने वाली बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान राज्यों में सीटों के आपस में बंटवारे पर अहम चर्चा होनी है, लेकिन इससे पहले विपक्षी दलों के गठबंधन में पीएम पद को लेकर आपस में टकराव होता दिख रहा है। पहले टीएमसी की तरफ से ममता बनर्जी का नाम उछाला गया। फिर कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी का नाम सामने आया और अब एक और गठबंधन के नेता का नाम पीएम पद के लिए उनकी पार्टी बेहतर बता रही है।
विपक्षी दलों के गठबंधन में जिस तीसरे नेता को उनकी पार्टी पीएम पद के लिए उपयुक्त बता रही है, उनका नाम नीतीश कुमार है। हालांकि, नीतीश कुमार कह रहे हैं कि उनको न पीएम बनना है और न ही विपक्षी दलों के गठबंधन का संयोजक पद ही वो चाहते हैं, लेकिन उनके इस बयान से पहले उनकी पार्टी जेडीयू के नेता केसी त्यागी नीतीश के बारे में क्या कहते सुनाई दिए, ये आप देखिए।
JD(U) नेता केसी त्यागी का बयान, नीतीश जी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी और शरद पवार सभी में पीएम बनने की क्षमता है। हमारे (जेडीयू) लिए पीएम पद महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन नीतीश कुमार में पीएम/संयोजक पद के लिए जरूरी सभी क्षमताएं हैं। #PMModi #NarendraModi #JDU #NitishKumar #RahulGandhi… pic.twitter.com/0uEjeYEGXj
— NMF News (@NMFNewsOfficial) August 28, 2023
केसी त्यागी के मुताबिक नीतीश कुमार में पीएम बनने के सारे गुण हैं। साथ ही वो राहुल गांधी, ममता बनर्जी और शरद पवार का नाम भी पीएम पद के लिए बता रहे हैं। इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल कह चुके हैं कि राहुल गांधी ही कांग्रेस की तरफ से पीएम पद का चेहरा हैं। राहुल गांधी को पीएम पद का चेहरा तभी से बताया जा रहा है, जबसे मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद उनकी संसद सदस्यता वापस आई है। उधर, राहुल और नीतीश का नाम पीएम पद के लिए उछाले जाने से पहले टीएमसी की सांसद शताब्दी रॉय ने अपनी नेता ममता बनर्जी को पीएम पद का चेहरा बताया था।
विपक्षी दलों के गठबंधन में सिर्फ पीएम पद के लिए ही टकराव नहीं है। राज्यों को लेकर भी विरोधाभास दिख रहा है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने राजस्थान की सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अपने उम्मीदवार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में उतारने की तैयारी में हैं। ऐसे में विपक्षी दलों की मुंबई में होने वाली बैठक में इन मसलों पर मतभेद दूर कर एकराय बनाने में बड़ा रोड़ा फिलहाल अटका दिख रहा है।