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Ramcharitmanas Row: स्वामी प्रसाद ने चला नया पैंतरा, सफाई पेश करने के लिया महात्मा गांधी का सहारा

Ramcharitmanas Row: स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘”इंडियंस आर डाग” कहकर अंग्रेजों ने जो अपमान व बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से किया था, वह दर्द गांधी जी ने ही समझा था। उसी प्रकार धर्म की आड़ में जो अपमानजनक टिप्पणियां महिलाओं व शुद्र समाज को की जाती हैं उसका दर्द भी महिलायें और शुद्र समाज ही समझता है।’

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) बीते कई दिनों से विवादों में घिरे हुए है। पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस पर विवादित कमेंट करने के बाद उन पर चौतरफा हमला हो रहा है।  साधु-संतों से लेकर विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर आक्रोश जता रहे है। खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी उनके बयान की वजह से भाजपा के निशाने पर आ गए है। लेकिन बावजूद इसके सपा नेता माफी मांगने के बजाय अपने बयान पर अभी भी अडिग है। वह लगातार सोशल मीडिया के जरिए रामचरितमानस विवाद पर सफाई पेश करने में लगे हुए है। इसी बीच अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने मामले में नया पैंतरा चला है। उन्होंने इस पूरे विवाद में सफाई पेश करने के लिए अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सहारा लिया है।

Swami Prasad

गुरुवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर ट्वीट कर राजनीतिक माहौल गरमाने की कोशिश की है। सपा महासचिव ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘”इंडियंस आर डाग” कहकर अंग्रेजों ने जो अपमान व बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से किया था, वह दर्द गांधी जी ने ही समझा था। उसी प्रकार धर्म की आड़ में जो अपमानजनक टिप्पणियां महिलाओं व शुद्र समाज को की जाती हैं उसका दर्द भी महिलायें और शुद्र समाज ही समझता है।’ गौरतलब है कि इससे पहले रामचरितमानस विवाद पर FIR दर्ज होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के बदले सुर देखने को मिले थे। उनका कहा था कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं।

ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्वामी प्रसाद के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने सरेआम पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस की प्रतियां को फाड़ने के बाद जला दी थी। जिसके बाद राज्य में सियासी पारा गरमा गया था। वहीं इस मामले में लखनऊ पुलिस ने सख्त एक्शन लिया।

पुलिस ने रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के मामले में सपा नेता स्वामी प्रसाद समेत 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। साथ ही 5 आरोपी को धर दबोचा था और फिर सलाखों के पीछे भेज दिया था। इनमें मोहम्मद सलीम, यशपाल सिंह, सत्येंद्र कुशवाहा, सुरेश सिंह यादव,  देवेंद्र प्रताप यादव शामिल है।