अमृतसर। वारिस पंजाब के मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अब भी भगोड़ा है। उसे तलाशने में पंजाब पुलिस जुटी है। इस बीच, अमृतपाल के मसले पर सिखों के सबसे बड़े धार्मिक पीठ श्री अकाल तख्त साहिब के प्रमुख जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज बैठक बुलाई है। इस बैठक में करीब 70 संगठनों, टकसालों, सिंह सभाओं और संप्रदायों के सदस्यों को बुलाया गया है। माना जा रहा है कि आज श्री अकाल तख्त साहिब से अमृतपाल सिंह की गतिविधियों के खिलाफ बड़ा फैसला आ सकता है। श्री अकाल तख्त साहिब सबसे बड़ी सिख संस्था है। इसके आदेश को हर सिख को मानना होता है। वरना उसे तनखैया घोषित कर सिखी से बाहर कर दिया जाता है।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पहले भी अमृतपाल सिंह से नाराजगी जताई थी। उन्होंने अमृतपाल को पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए भी कहा था। दरअसल, अमृतपाल सिंह ने अमृतसर के अजनाला थाने पर समर्थकों के साथ धावा बोला था। फरवरी में हुई इस घटना के दौरान अमृतपाल सिंह पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की बीड़ को लेकर अजनाला थाने पहुंचा था। श्री गुरुग्रंथ साहिब की बड़ी को अपमान से बचाने के लिए पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। जबकि, अमृतपाल सिंह के समर्थकों की चलाई लाठी और तलवार से 6 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
इस बीच, खबर है कि अमृतपाल सिंह शायद नेपाल भी भाग सकता है। उसे भगोड़ा हुए आज 10वां दिन है। फरार होने के बाद से अमृतपाल सिंह को पटियाला और हरियाणा के सीसीटीवी वीडियो में देखा जा चुका है। उसके दिल्ली में होने की खबर भी पहले आई थी। अब इन सभी जगहों के साथ ही नेपाल में भी खुफिया एजेंसियां अमृतपाल की तलाश कर रही हैं। पंजाब पुलिस पहले ही कह चुकी है कि उसकी कई टीमें अमृतपाल को गिरफ्तार करने के काम में लगाई गई हैं।