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Maharashtra: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद महाराष्ट्र की सियासत में हलचल, बुलाई गई महाविकास अघाड़ी की बैठक और फिर…!

Maharashtra: एनसीपी नेता शरद पवार ने इस बैठक के बाद कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बारे में कहा कि कर्नाटक के चुनावी नतीजों ने हमें यह एहसास दिला दिया है कि समान विचारधाराओं के दलों को एक साथ आना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम में से कोई चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो हमें बतौर सहयोगी हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम उसकी मदद करें।

नई दिल्ली। कर्नाटक में बीजेपी की हार के बाद जोश से लबरेज विपक्षियों को यह विश्वास हो चुका है कि आगामी लोकसभा चुनाव में वो विपक्षी नौका पर सवार होकर बीजेपी को हार का स्वाद चखा सकते हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह तो विपक्षी कुनबों के नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों से परिलक्षित हो रहा है, यकीन ना हो तो जरा शिवसेना वाले संजय राउत को ही देख लीजिए कि वो क्या कह रहे हैं। वो कह रहे हैं कि कर्नाटक में सिर्फ कांग्रेस की जीत नहीं है, बल्कि यह तो पूरे विपक्ष की जीत है, मानो जैसे कर्नाटक में कांग्रेस नहीं, बल्कि शिवसेना सरकार बनाने जा रही हो। खैर, कर्नाटक के नतीजों के बाद जिस तरह से विपक्षी दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं, उससे तो एक बात पर मुहर लग चुकी है कि आगामी लोकसभा चुनाव में हिंदुस्तान के सभी सियासी दल एक ही नौका पर सवार होकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे, लेकिन सवाल यह भी है कि नेतृत्वकर्ता कौन होगा? खैर, ये तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।

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उधर, कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में शुरू हुई हलचल का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि महाविकास अघाड़ी की बैठक बुलाई गई, जिसमें गठबंधन के सभी सदस्यीय दलों को आमंत्रित किया गया। बताया गया है कि यह बैठक गत दिनों सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आलोक में बुलाई गई थी जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव की रूपरेखा तैयार की गई। इस बीच कर्नाटक चुनाव के नतीजों पर भी चिंतन-मंथन हुआ। वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने यह कहने से गुरेज नहीं किया कि यह कांग्रेस की जीत नहीं, बल्कि विपक्ष की जीत है। आइए, अब आगे आपको बताते हैं कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल दलों के प्रमुख नेताओं ने क्या कुछ कहा है।

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एनसीपी नेता शरद पवार ने इस बैठक के बाद कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बारे में कहा कि कर्नाटक के चुनावी नतीजों ने हमें यह एहसास दिला दिया है कि समान विचारधाराओं के दलों को एक साथ आना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम में से कोई चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाता है, तो बतौर सहयोगी हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम उसकी मदद करें। उन्होंने आगे कहा कि अब हम सभी को मिलकर एक साथ आना होगा, ताकि मौजूदा सियासी स्थिति को दुरूस्त कर सकें।

वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कर्नाटक में जिस तरह से बीजेपी की जीत हुई है, उससे यह साफ जाहिर होता है कि सूबे की जनता के मन में बीजेपी और मोदी सरकार को लेकर आक्रोश है और यह आक्रोश चुनावी नतीजों के रूप में देखने को मिला है। इसके साथ ही संजय राउत ने यह भी अपने बयान में स्पष्ट कर दिया कि जिस तरह हमने कर्नाटक फतह किया है, ठीक उसी प्रकार महाराष्ट्र भी करेंगे। बता दें कि 2024 में लोकसभा के साथ-साथ महाराष्ट्र के भी विधानसभा चुनाव होने हैं। बहरहाल, अब आगामी चुनाव में  महाराष्ट्र में कौन बाजी मार पाने में सफल हो पाता है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।