रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में शनिवार की रात गणेश स्थापना के दौरान एक समुदाय के युवक ने जुलूस के एक लड़के पर पत्थर फेंका। इसके बाद मौके पर हंगामा मच गया। नाराज लोगों की भीड़ दोबत्ती थाने पर जमा होकर नारेबाजी करने लगी। उन्होंने पत्थर फेंकने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। यहां हालात नियंत्रण से बाहर होते देखकर पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। रतलाम पुलिस के अनुसार फिलहाल संबंधित इलाके समेत शहर में हालात काबू में हैं।
रतलाम में भगवान गणेश के स्थापना जुलूस के दौरान हुआ पथराव, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात। #GaneshChaturthi2024 #ratlam pic.twitter.com/NHkjImLdxX
— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) September 8, 2024
पुलिस के मुताबिक मोचीपुरा में गणेश मूर्ति स्थापना का जुलूस निकल रहा था। उसी दौरान पत्थर चलाने की घटना हुई। इस घटना के तत्काल बाद हिंदू संगठनों के लोग थाने पर जमा हो गए। पुलिस को रतलाम के छतरीपुर और दोबत्ती चौराहे पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इससे पहले कई बाइक को भीड़ ने तोड़-फोड़ दिया। पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त होने की खबर है। पत्थर फेंकने की घटना के आरोपी को पुलिस ने पकड़ा। जिसके बाद हालात नियंत्रण में आए। जिस मोचीपुरा इलाके में घटना हुई, वो अल्पसंख्यक बहुल है। मोचीपुरा में हुई घटना के बाद रतलाम के कई थाना क्षेत्रों में बड़ी तादाद में पुलिस की तैनाती किए जाने की खबर है।
हिंदू संगठनों के मुताबिक पत्थर लगने से कई लोग घायल हुए हैं। हर साल गणेश उत्सव के मौके पर देश के कई इलाकों से पहले भी पत्थर फेंके जाने की घटनाएं सामने आती रही हैं। माहौल को खराब करने वाले ऐसे तत्वों पर पुलिस हमेशा सख्त कार्रवाई करती है। इसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्व शांति व्यवस्था को चुनौती देते रहते हैं। रतलाम की ताजा घटना भी इसी का उदाहरण है। मध्य प्रदेश की बात करें, तो यहां की बीजेपी सरकार ने हमेशा समाज विरोधी तत्वों पर सख्त कार्रवाई की है। रतलाम में भी पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर माहौल को बिगड़ने से बचा लिया।