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लॉकडाउन के बीच सूरत में प्रवासी मजदूरों का हंगामा, आगजनी और तोड़फोड़ की

दरअसल ये लोग उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे। अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले। पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में ले लिया। बताया जा रहा है कि यह पूरी घटना सूरत के लसकाना इलाके की है।

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस पर काबू पाने के लिए देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू किया गया है। हालांकि इस लॉकडाउन के बीच सबसे बड़ी समस्या प्रवासी मजदूरों की है। रोटी और रोजगार दोनों उनके लिए लॉकडाउन में बड़ी समस्या बन गई है। इस बीच गुजरात के सूरत में लॉकडाउन से परेशान सैकड़ों प्रवासी मजदूर शुक्रवार रात उग्र होकर सड़कों पर उतर आए। इतना ही नहीं गुस्साए लोगों ने सड़क पर आगजनी तक की।

दरअसल ये लोग उन्हें वापस उनके घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे। अपने उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन भी फूंक डाले। पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में ले लिया। बताया जा रहा है कि यह पूरी घटना सूरत के लसकाना इलाके की है।

सूरत के डीसीपी राकेश बारोट ने बताया कि सूरत में फंसे बाहर के मजदूरों ने सड़क जाम की और पत्थर फेंके। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 70 लोगों को हिरासत में लिया है। यह सभी लोग वापस घर जाने की मांग रहे हैं।