नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में इस बार दिल्ली में संयोगवश एक बड़ा ही अनोखा वाकया होने जा रहा है। दरअसल इस बार सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी अपनी ही पार्टी कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे हो सकता है, तो आइए आपको विस्तार से इस बारे में पूरी जानकारी देते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है। आपको बता दें कि दिल्ली में सभी सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होने हैं। वहीं दिल्ली में कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन है, जिसके तहत चार सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में और तीन सीटें कांग्रेस के खाते में गई हैं। इन्हीं सात सीटों में से एक सीट नई दिल्ली लोकसभा की है जहां से गांधी परिवार मसलन सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और उनके पति राबर्ट वाड्रा मतदाता हैं।
अब यहीं पर अजीब विडंबना ये हुई कि सीट बंटवारे में नई दिल्ली लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से में चली गई, इसलिए यहां से आप का उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। यही कारण है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं कर पाएगा। सोनिया, राहुल, प्रियंका और उनके पति राबर्ट इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को वोट देंगे। आम आदमी पार्टी ने सोमनाथ भारती को नई दिल्ली सीट से उतारा है। वहीं बीजेपी ने नई दिल्ली सीट से दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को टिकट दी है। वर्ष 1951 में नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के गठन के बाद से कांग्रेस यहां सात बार चुनाव जीत चुकी है। 2004 और 2009 में कांग्रेस के अजय माकन यहां से चुने गए थे। इसके बाद 2014 और 2019 में भाजपा की मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली सीट से चुनाव जीता। बता दें कि दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से आप के पास जो चार सीटें आई हैं उनमें नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस के पास चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली की सीट आई है।