नई दिल्ली। अजमेर के प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा कर कोर्ट में केस करने वाले हिंदू सेना अध्यक्ष जान से मारने की धमकी दी गई है। दिल्ली के बाराखंभा रोड थाने में विष्णु गुप्ता ने जान से मारने की धमकी संबंधी केस दर्ज कराया है। विष्णु गुप्ता के मुताबिक उनको कनाडा से फोन कॉल कर धमकी दी गई। धमकी देने वाले ने कहा कि तुमने अजमेर दरगाह वाला केस करके बहुत बड़ी गलती की है। फिर धमकी देने वाले ने विष्णु गुप्ता से कहा कि तेरा सिर कलम किया जाएगा। इस धमकी पर विष्णु गुप्ता ने कहा है कि कानून के तहत काम कर रहे हैं और ऐसी धमकियों से वो डरने वाले नहीं हैं। हम कोर्ट से अपने मंदिरों को वापस लेकर रहेंगे।
विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में अर्जी देकर दावा किया है कि अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को संकट मोचन महादेव मंदिर को तोड़कर बनाया गया है। इसके लिए उन्होंने कोर्ट में एक किताब वगैरा का भी हवाला दिया है। विष्णु गुप्ता ने अजमेर की दरगाह में फिर से पूजा-अर्चना शुरू करने की इजाजत देने की अपील की है। कोर्ट ने विष्णु गुप्ता की याचिका को सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है। अजमेर दरगाह संबंधी मामले में कोर्ट ने एएसआई, दरगाह कमेटी और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को नोटिस जारी कर विष्णु गुप्ता के दावे पर अपना जवाब देने के लिए कहा है। वहीं, दरगाह कमेटी का कहना है कि याचिका में गलत बताया गया है कि अजमेर की दरगाह को किसी मंदिर की जगह बनाया गया। फिलहाल अगली तारीख पर देखना होगा कि कोर्ट में का रुख क्या होता है।
इससे पहले हिंदू पक्ष के वकीलों ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद, मध्य प्रदेश के धार स्थित भोजशाला और यूपी के संभल स्थित जामा मस्जिद को भी मंदिर बताते हुए अलग-अलग कोर्ट में याचिकाएं दाखिल कर रखी हैं। इनमें से ज्ञानवापी मस्जिद और भोजशाला का कोर्ट के आदेश पर एएसआई सर्वे भी हो चुका है। यूपी के मथुरा स्थित शाही ईदगाह मस्जिद और श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला भी कोर्ट में सुना जा रहा है। हिंदू पक्ष को उम्मीद है कि इन सभी जगह कोर्ट उनके पक्ष में फैसला सुनाएंगे।