
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ का आज 100वां एपिसोड हैं। बता दें कि पीएम मोदी के मन की बात का 100वां एपिसोड 11 बजे प्रसारित किया जाएगा। इस मौके को ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा ने जोरदार तैयारियां की है। हिन्दुस्तान ही नहीं विदेश में भी पीएम मोदी के मासिक रेडियो प्रोग्राम को सुना जाएगा। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी प्रोग्राम का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्री समेत कई भाजपा के दिग्गज नेता अलग-अलग शहरों में मन की बात प्रोग्राम को सुनेंगे। भाजपा ने पीएम मोदी के मन की बात सुनने के लिए 4 लाख से ज्यादा केंद्रों पर खास इंतजाम किए है। 3 अक्टूबर 2014 को पीएम मोदी ने पहली बार मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया था। 30 भाषाओं में प्रसारित होने वाला ये पहला कार्यक्रम है और अब तक 100 करोड़ लोग कार्यक्रम को सुन चुके है। इसी बीच पीएम मोदी के मन की बात को लेकर एक स्टडी रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें उनके कार्यक्रम को लेकर एक बड़ा चौंकाने वाले बातें सामने आई है।
दरअसल पीएम मोदी के मन की बात को लेकर एक्सिस मॉय इंडिया ने स्टडी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट से पता चला है कि साल 2014 से लेकर अब तक प्रसारित हुए पीएम मोदी के मन की बात से लोगों के जीवन में कई बदलाव और प्रभावित किया है। इतना ही नहीं रिपोर्ट से पता चला है कि गांव के लोगों में ही नहीं बल्कि शहर की आबादी में खासा प्रभाव पड़ा है। एक्सिस माई इंडिया के संस्थापक और सीएमडी प्रदीप गुप्ता (Pradeep Gupta) ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए बताया कि मन की बात प्रोग्राम है उसका प्रभाव पहले और बाद में क्या हुआ ये हमने जानने की कोशिश की। ये अपने आप में अलग तरह की स्टडी थी। क्योंकि हम यहां बात कर रहे थे। उनके जीवन में कैसे परिवर्तन आया। किस तरह से वो प्रभावित हुए। हमने भारत के नार्थ, साउथ, ईस्ट, वेस्ट सभी जगहों पर इस अलग-अलग तरह का इम्पैक्ट आया।
#WATCH | Mumbai: Pradeep Gupta, founder & CMD of ‘Axis My India’ speaks on the report on the impact of PM Modi’s monthly radio show ‘Mann Ki Baat’ by Institute for Competitiveness (IFC), Axis My India & Bill and Melinda Gates Foundation pic.twitter.com/bwX2cvvp3F
— ANI (@ANI) April 29, 2023
प्रदीप कुमार ने बताया कि मन की बात प्रोग्राम की तीन बड़ी चीजें है। कम्युनिकेशन,कन्वेंशन और ट्रांसफॉर्मेशन। उन्होंने बताया मध्यप्रदेश के बैतूल के अंदर छोटे से गांव में जहां पर कोई कोविड की वैक्सीन लगाने को तैयार नहीं था। जब पीएम मोदी ने मन की बात की और खुद सीधा संवाद किया वहां के गांव के लोगों से आप वैक्सीन क्यों नहीं ले रहे है। ग्रामीणों ने पीएम को अपनी अवधारणा बताई। उसके थोड़े दिन के अंदर पूरे गांव के लोगों ने वैक्सीन ली और उनको बहुत बड़ा लाभ मिला।
आगे उन्होंने बताया कि मुंबई शहर के अंदर समुद्री तट पर लोगों बहुत गंदगी करते है। लोग प्लास्टिक फेंकते है उससे काफी पॉल्यूशन होता है। यहां पर अफरोज नाम के एक शख्स ने सारे समुद्री तट की सफाई का बेड़ा उठाया बल्कि वो देखते हुए पीएम मोदी कैसे बीच को क्लीन कर रहे है। इसके बाद लोगों को समझ आता है कि अब कचरा नहीं फेंकना है। ये लोगों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।